ज्ञानपुर। बिना सूचना के दो साल से अनुपस्थित चल रहे परिषदीय विद्यालयों के तीन शिक्षकों को विभाग ने बर्खास्त कर दिया। अंतिम नोटिस जारी होने के बाद भी शिक्षक 20 जनवरी तक अपना स्पष्टीकरण नहीं दे सके। अब बीएसए ने छह महीने से स्कूल न आने वाले शिक्षकों की सूची खंड शिक्षा अधिकारियों से मांगी।
जिले के 892 परिषदीय स्कूलों में करीब चार हजार शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं। जिले के छह ब्लाकों में सीमावर्ती स्कूलों के कुछ ऐसे शिक्षक हैं, जो डेढ़ से दो साल से अनुपस्थित चल रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों के तालमेल से यह शिक्षक मनमानी कर रहे थे, लेकिन आनलाइन व्यवस्था होने से उनकी पोल खुल गई। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इन शिक्षकों को पूर्व में पांच बार नोटिस जारी किया गया लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए।
जनवरी के दूसरे पखवारे में विभाग ने छठवीं एवं अंतिम नोटिस जारी कर 20 जनवरी तक उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया, लेकिन शिक्षक नहीं आए। अंतत: विभाग ने भदोही ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय लीलाधरपुर में तैनात सुधा स्वरूप निवास तेजपुर कोडरा पोस्ट गोपालपुर जिला अयोध्या, औराई के प्राथमिक विद्यालय चिंतामणिपुर के शिक्षक जितेंद्र कुमार यादव निवासी शांतिपुरम राजापुर प्रयागराज और ज्ञानपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय हरिहरपुर सानी में तैनात विनय कुमार विश्वकर्मा निवासी गोपपुर गोपीगंज को सेवा से बर्खास्त कर दिया।
बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि तीनों शिक्षकों को खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से पूर्व में नोटिस गई थी। अंतिम नोटिस के बाद भी वह नहीं आए। जिसके बाद उनके बर्खास्तगी का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर छह महीने से स्कूल न आने वाले शिक्षकों की सूची मांगी गई है।