राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) शैक्षिक सत्र 2023-24 से कक्षा छह से आठ तक के बच्चों के लिए बैगलेस व्यवस्था लागू करने जा रही है। उन्हें साल में दस दिन स्कूल में बैग नहीं ले जाना पड़ेगा। काउंसिल ने स्कूलों को गाइडलाइन भेज दी है।
नई व्यवस्था लागू करने के पीछे काउंसिल का उद्देश्य बच्चों को तनावमुक्त पठन-पाठन का माहौल देना है। कक्षा छह से आठ तक के विद्यार्थियों को स्कूल की समय सारिणी के तहत कम से कम 10 बैगलेस दिन या 60 घंटे प्रति वर्ष निर्धारित किए गए हैं। बैगलेस वाले दिन विद्यार्थियों को विशिष्ट विषयों जैसे काष्ठकला, कृषि, विद्युत कार्य बागवानी, स्थानीय कला का प्रशिक्षण दिया जाएगा। काउंसिल ने स्कूलों को स्थानीय समस्याओं पर विद्यार्थियों द्वारा सर्वेक्षण और साक्षात्कार की व्यवस्था करने के लिए भी कहा है। विद्यार्थी समस्याओं के बारे में संबंधित ब्योरा और जानकारी एकत्र कर प्रश्न तैयार करेंगे और बात करेंगे, ताकि समस्याओं का अनुभव प्राप्त कर समाधान खोज सकें।
सीआइएससीई ने नई शिक्षा नीति के तहत साल में दसदिन बैगलेस व्यवस्था लागू करने का निर्देश दिया है। इस दिन स्कूल के आसपास औद्योगिक या कौशल विकास से संबंधित जिस भी तरह की गतिविधिमिलेगी, उसमें बच्चों का प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाएगा । इससे उनके अंदर पढ़ाई के साथ-साथ व्यवासायिक क्षमता विकसित होगी -अजय शाही, अध्यक्ष, गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन