लखनऊ। सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टर भी वेतन के मामले में निजी क्षेत्र से प्रतिस्पर्द्धा करेंगे। यह चिकित्सक भी अब पांच लाख रुपये तक वेतन पाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए उन्हें आकर्षक वेतन देने की पहल की है। इन चिकित्सकों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के जरिए संविदा पर रखा जाएगा। एनएचएम ने 1199 विशेषज्ञ चिकित्सकों को ऑनलाइन बिडिंग मॉडल के जरिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। इच्छुक डॉक्टर 18 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
स्वास्थ्य विभाग में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी है। निजी क्षेत्र में आकर्षक वेतन मिलने के चलते डॉक्टरों को एक लाख 40 हजार रुपये की सरकारी नौकरी रास नहीं आती। तमाम प्रयासों के बावजूद वे डॉक्टर सरकारी नौकरी में आने में रुचि नहीं दिखाते। अब स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों की तर्ज पर सरकारी अस्पतालों में भी बिडिंग के जरिए चिकित्सकों को तैनात करने का फैसला किया है। दरअसल, एनएचएम में विशेषज्ञों को जरूरत के लिहाज से अधिक वेतन पर भी रखे जाने की व्यवस्था है।
ऐसे होगी डॉक्टरों की तैनाती विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती बिडिंग के जरिए होगी। पहले इच्छुक चिकित्सक अपनी सेवाएं देने के लिए ऑनलाइन वह धनराशि कोट करेंगे, जो वह वेतन के रूप में चाहते हैं। यह अधिकतम पांच लाख रुपये तक होगी। जहां एक आवेदन आएगा, वहीं मांगे गए वेतन पर ही नियुक्ति हो जाएगी। मगर जहां अधिक आवेदन आएंगे, वहां रिवर्स ऑक्सन होगा। कम रेट देने वाले की तैनाती होगी।
आयोग के जरिए भी हो रहीं भर्तियां
विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी दूर करने को राज्य सरकार कई स्तर पर प्रयास कर रही है। लोक सेवा आयोग के जरिए भी 2383 विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। इस प्रक्रिया से डॉक्टरों के मिलने से समस्या का स्थायी समाधान हो सकेगा।
इन विधाओं में रखे जाएंगे डॉक्टर
कॉर्डियोलॉजिस्ट, ऑर्थोपीडिक सर्जन, कंसल्टेंट मेडिसिन, डेंटल सर्जन, आई सर्जन, चेस्ट फिजीशियन, जनरल मेडिसिन, एनेस्थेटिस्ट, कंसल्टेंट मनोचिकित्सक, ईएनटी सर्जन, जनरल सर्जन, गायनेकॉलोजिस्ट, माइक्रो बायोलॉजिस्ट, पैथालॉजिस्ट, पीडियाट्रीशियन, फिजीशियन और रेडियोलॉजिस्ट।