हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए फर्जी छात्र-छात्राओं के फॉर्म भरवाने वाले स्कूलों को लेकर यूपी बोर्ड के अधिकारी गंभीर हैं। जिन स्कूलों ने अपने यहां से ऐसे परीक्षार्थियों से फॉर्म भरवाया है उनकी मान्यता वापस लेने की भी संस्तुति की जाएगी। ऐसे परीक्षा केंद्र आजीवन डिबार किए जाएंगे। बोर्ड परीक्षा में अब तक पकड़े गए 89 सॉल्वर को जेल भेजा जा चुका है।
बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने रविवार को ऑनलाइन बैठक में सभी शिक्षाधिकारियों को इस फैसले से अवगत करा दिया। सभी संवेदनशील परीक्षा केंद्र की भी समीक्षा की। हिदायत दी है कि शासन की मंशा के अनुरूप सभी लोग काम करें। सचिव ने सभी शिक्षाधिकारियों से छद्म परीक्षार्थियों के संबंध में आख्या भी मांगी है।
सभी को पत्र लिखकर कहा गया है कि वह जांच कराएं कि ऐसे कितने स्कूल हैं जहां से छद्म परीक्षार्थियों से फॉर्म भरवाए गए हैं। उनकी जांच कराकर उन्हें काली सूची में डाला जाए। जांचोपरांत उनकी मान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई की जाए।
आज छात्रों के साथ बोर्ड की रणनीति की भी परीक्षा
सोमवार को पहली पाली में हाईस्कूल विज्ञान और दूसरी पाली में इंटर गणित व जीव विज्ञान का पेपर है। ऐसे में परीक्षार्थियों के साथ ही बोर्ड की रणनीति की भी परीक्षा होने जा रही है। नकलविहीन परीक्षा के लिए बोर्ड ने पूरी ताकत झोंक दी है। दिन-रात स्ट्रांग रूमों पर नजर रखी ही जा रही है। बोर्ड सचिव ने रविवार को दिन में कई राउंड प्रदेशभर के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन मीटिंग की। कुल 8753 केंद्रों पर हाईस्कूल में 31,11,714 एवं इंटर में 15,84,418 छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे।