राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ प्राथमिक संवर्ग ने शिक्षक समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में मुख्य रूप से अन्य विभागों की भांति परिषदीय अध्यापकों को कैशलेस चिकित्सा देने की मांग की गई है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जिलाध्यक्ष विकास कांत पांडेय की अगुवाई में शिक्षक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। जिसमें मुख्य रुप से प्रदेश सरकार से शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा देने की बात कही गई है, लेकिन विभाग शिक्षकों से उनके वेतन से प्रीमियम लेकर चिकित्सा देने की बात कह रहा है। ऐसे में सरकार के आदेशों की अवहेलना हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार अन्य विभागों की भांति शिक्षकों को भी कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराए। प्रीमियम युक्त चिकित्सा सुविधा को लेकर शिक्षकों में आक्रोश है। इस दौरान जिला महामंत्री अंकुर प्रताप सिंह, उपाध्यक्ष पियूष चंद्र, जिला संयुक्त मंत्री विनोद कुमार त्रिपाठी, संयुक्त मंत्री डा. श्वेता सिंह, मंडलीय मंत्री शिवेंद्र प्रताप सिंह, जिला मंत्री डा. विजय पाल मौर्य, विनोद कुमार तिवारी विवेक कुमार सिन्हा, डा. श्वेता सिंह, आदर्श कुमार, रवि, ज्योति मिश्रा, अंकुर प्रताप सिंह, मनमोहन सिंह, राधा मोहन पांडेय सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।