गौरीगंज (अमेठी)। जर्जर भवन में पंजीकृत नौनिहालों को जल्द ही सुविधा से लैश नए भवन में शिक्षण कार्य करने की सुविधा मिलेगी। कवायद सफल हो इसके लिए पहले चरण में आठ स्कूलों के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद धनराशि भी अवमुक्त हो चुकी है। राशि मिलने के बाद स्कूल प्रबंध समिति की निगरानी में प्रधानाध्यापक मानक के अनुसार निर्माण कार्य पूरा कराने में जुटे हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग परिषदीय स्कूलों को आकर्षक बनाने के साथ अवस्थापना की सुविधा से लैश करने की कवायद में जुटा है। गत दिनों सर्वे में 327 जर्जर स्कूल चिन्हित कर मूल्यांकन कराने के बाद उनके ध्वस्तीकरण की कार्रवाई तेज हो गई है। इसी बीच विभाग ने पुराने भवन के स्थान पर नए भवन निर्माण का प्रस्ताव निदेशालय भेजा था। विभाग के प्रस्ताव पर शासन ने छह प्राथमिक व दो उच्च प्राथमिक स्कूल परिसर में खाली पड़ी भूमि पर निर्माण को स्वीकृति प्रदान की है। स्वीकृति मिलने के बाद प्राथमिक स्कूल के लिए 11.20 लाख रुपये तो उच्च प्राथमिक स्कूल के लिए 20.60 लाख रुपये के हिसाब से राशि अवमुक्त कर दी है।
राशि अवमुक्त होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने प्राथमिक विद्यालय मौलवी खुर्द, फतेहपुर मवइया, टिकरी प्रथम, कोरारी हीरशाह, जयनगरा व चिलौली प्रथम तथा उच्च प्राथमिक स्कूल हनुमंत नगर व भेटुआ में स्कूल निर्माण की योजना बनाई है। कवायद सफल हो इसके लिए संबंधित स्कूल के प्रबंध समिति के खातें में धनराशि भी अवमुक्त कर दी गई है। धनराशि अवमुक्त होने के बाद प्रधानाध्यापक को निर्माण प्रभारी की जिम्मेदारी साैंपते हुए प्रबंध समिति की निगरानी में मानक के अनुसार निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
धनराशि मिलने के बाद स्वीकृत मानचित्र के अनुसार निर्माण प्रभारियों ने निर्माण कार्य शुरू भी कर दिया है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद स्कूल में पंजीकृत विद्यार्थियों को शिक्षण कार्य में सहूलियत होगी। इतना ही नहीं विभाग की निजी स्कूल की तर्ज पर संचालित योजना को भी अमली जामा पहनाया जा सकेगा।
यह होगा निर्माण
प्रस्तावित आठ स्कूल में शिक्षण कक्ष के साथ बरामदा, पेयजल, प्रसाधन, रैंप, वायरिंग के साथ विद्युत कनेक्शन व प्रार्थना सभा का निर्माण कराया जाएगा। आवंटित धनराशि से स्कूल को आधुनिक सुविधा से भी लैश करते हुए हाईटेक विधि से शिक्षण कार्य को गति देते हुए नौनिहाल का शैक्ष्कि स्तर बेहतर बनाया जाएगा।
मानक के अनुसार होगा निर्माण
आठ परिषदीय स्कूल में निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। निर्माण कार्य की निगरानी जिला समन्वयक निर्माण के साथ संबंधित बीईओ को दी गई है। प्रस्तावित मानचित्र के अनुसार मानक के अनुसार निर्माण पूरा कराना प्राथमिकता है। निर्माण के लिए आवंटित धनराशि का दुरुपयोग करने या गुणवत्ता परक ढ़ंग से निर्माण पूरा नहीं होने पर निर्माण प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। संगीता सिंह-बीएसए