लखनऊ
बीकेटी स्थित एसआर ग्लोबल स्कूल में प्रिया राठौर (13) की मौत खुदकुशी थी या किसी ने उसे हास्टल के पांचवे माले से धक्का देकर मार डाला…। यह राज 31 दिन बाद भी पुलिस नहीं सुलझा सकी है। 20 जनवरी को उसकी मौत के बाद कई सवाल उठते रहे…। इनका जवाब देने के लिये डीसीपी उत्तरी सै. कासिम आब्दी मंगलवार को मीडियो से आमने-सामने रूबरू हुये।
डीसीपी ने कहा कि नाटय रूपान्तरण की रिपोर्ट में इस हादसा मानने से इनकार कर दिया गया था। इसके बाद ही इस बिन्दु पर जांच की जाने लगी कि यह हत्या है या खुदकुशी…। अब तक की पड़ताल में ऐसा कोई तथ्य नहीं मिला, जिससे किसी को प्रिया की मौत/हत्या के लिये जिम्मेदार ठहराया जा सका। अभी विवेचना चल रही है और साक्ष्य जुटाये जा रहे हैं। जरूरत पड़ने पर हास्टल वार्डन और रूम टीचर का नार्को टेस्ट कराया जा सकता है।
हादसे से कुछ देर पहले मां ने डांटा था डीसीपी कासिम ने बताया कि कॉल डिटेल के आधार पर पड़ताल की गई है। हादसे से पहले प्रिया ने मां ने बात की थी। उन्होंने उसे चैट करने और कुछ अन्य बात पर डांटा था। वह उस दिन खाना भी नहीं खा रही थी। प्रिया की मां ने साथ रहने वाली शिक्षिका मोनिका से बात भी की थी। इसके बाद वह खाना खाने मेस गई थी। कॉल डिटेल से भी प्रिया और उसकी मां के बीच बातचीत की पुष्टि हुई है।
वॉर्डन, शिक्षिका के बयान
डीसीपी ने बताया कि हॉस्टल वार्डेन साधना सिंह, सहायिका शिखा, शिक्षिका मोनिका दीक्षित और प्रिया के साथ रहने वाली लड़कियों और गार्ड, मेस कर्मचारियों के बयान लिये गये। पुलिस टीम ने जालौन जाकर प्रिया की मां के भी बयान लिये। प्रिया की मां और पिता हत्या का आरोप लगाते रहे।
दोस्तों से भी पूछताछ
पुलिस ने कहा कि प्रिया ने सोशल मीडिया पर जिन दोस्तों को चैट किये थे, उनके भी बयान लिये गये हैं। उसके कपड़े व घटना से जुड़ी अन्य चीजों को फोरेंसिक जांच करायी गई है। प्रिया के पिता जशराम का मोबाइल एक दिन पहले कब्जे में ले लिया गया।