लखनऊ, केंद्रीय बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए अधिक बजट प्रावधान किए जाने का असर यूपी वालों की सेहत पर भी दिखेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा देश में 157 नर्सिंग कॉलेज खोलने के ऐलान का सर्वाधिक लाभ यूपी के ही हिस्से आएगा। प्रदेश में 28 नये नर्सिंग कॉलेज खुलेंगे। इससे प्रदेश में नर्सिंग स्टाफ की कमी काफी हद तक दूर हो जाएगी। हालांकि प्रदेश सरकार पहले ही सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कॉलेज खोले जाने की मुहिम शुरू कर चुकी है।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने 2014 में देश में स्थापित 157 नए मेडिकल कॉलेजों के साथ ही नर्सिंग कॉलेज खोले जाने की घोषणा की है। इस अवधि में यूपी में 28 मेडिकल कॉलेजों को स्वीकृति मिली है। इनमें से 14 बन चुके हैं और बाकी की प्रक्रिया चल रही है। इस लिहाज से प्रदेश के हिस्से में 28 नए नर्सिंग कॉलेज आएंगे।
अनुसंधान और नवाचार पर बढ़ेगा फोकस फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित किए जाने की घोषणा का लाभ यूपी के फार्मा उद्योग को भी होगा। इस क्षेत्र में निवेश के लिए उद्योगों को सरकार प्रोत्साहन भी देगी। इसके अलावा चिकित्सा क्षेत्र में शोध और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। चुनिंदा आईसीएमआर प्रयोगशालाओं की सुविधाएं सरकारी तथा निजी मेडिकल कॉलेज संकाय के अलावा निजी क्षेत्र को अनुसंधान के लिए उपलब्ध होंगी। एनीमिया के उन्मूलन के लिए भी ‘सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन’ शुरू करने का ऐलान किया गया है। हालांकि इसका फोकस जनजातीय क्षेत्रों पर होगा।
देश में 2014 के बाद खुले मेडिकल कॉलेजों के आधार पर प्रदेश को 28 नये नर्सिंग कॉलेजों की सुविधा का लाभ और मिल सकेगा।
आलोक कुमार, प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा
यूपी को एक और एम्स मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी। पश्चिमी यूपी क्षेत्र से इसकी खासी मांग थी। दरअसल, पूर्वी यूपी में रायबरेली और गोरखपुर में एम्स का संचालन हो रहा है। एक और एम्स की यूपी की मांग फिलहाल अधूरी ही रही।