बलरामपुर,
गत वर्षों की भांति इस वर्ष अब नौनिहालों को किताबों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। निदेशालय इस बार सत्र के शुभारंभ होने से पहले ही पाठ्य पुस्तकें जिले के कोठार में उपलब्ध करा देगा। जिसकी शुरुआत पहली खेप के रूप में जिला कोठार में 626168 किताबें आने से हुई है। यह किताबें कक्षा चार से आठ तक के बच्चों के लिए है। कोठार में किताबों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है।
जिले में 11 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के सहित 1823 कम्पोजिट, प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में करीब पौने दो लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इन छात्रों को सत्र शुरू होने के तीन महीने बाद भी सभी विषयों की किताबों का इंतजार रहता है। देर से किताबें मिलने के कारण बच्चों की शिक्षा बाधित होती थी। शासन ने इस बार बच्चों को समय से किताबें देने के लिए पहले ही कोठार में किताबें उपलब्ध करानी शुरू कर दी है। बच्चों को समय से किताबें मिले इसके लिए निदेशालय ने इस बार जनवरी के अंतिम सप्ताह एवं फरवरी के प्रथम सप्ताह में किताबें उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। बेसिक शिक्षा महकमा ने बताया कि नवीन शैक्षिक सत्र 2023 के लिए कक्षा चार से आठवीं तक विभिन्न विषयों के लिए 1825916 पुस्तकों की मांग भेजी गई है। जिसमें अभी तक 626168 किताबें मुख्यालय के ब्लॉक संसाधन केंद्र के कोठार में उपलब्ध करा दी हैं। सामुदायिक सहभागिता जिला समन्वयक निरंकार पांडेय की मानें तो किताबों को बुखार में सुरक्षित रखवा दिया गया। सभी विषयों की किताबें फरवरी तक मिलने की उम्मीद है। नवीन शिक्षा सत्र शुरू होते ही सभी ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर खंड शिक्षाधिकारियों को किताबें सुपुर्द करा दिया जाएगा।
नवीन शैक्षिक सत्र 2023 में परिषदीय एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों के बच्चों को समय से किताबें उपलब्ध करा दी जाएंगी। मांग के अनुरूप 626168 पुस्तकें जिला कोठार को निदेशालय से उपलब्ध कराई गई हैं। किताबों के आने का सिलसिला जारी है।
कल्पना देवी, बीएसए।