अंतर्जनपदीय तबादले के लिए तरस रहे शिक्षक, पर्दे के पीछे खेल, यह हिंदुस्तान पेपर द्वारा 24 मार्च को गलत खबर निकाली गई
प्रयागराज, बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कार्यरत सामान्य शिक्षक भले ही अंतरजनपदीय तबादले के लिए तरस रहे हों लेकिन ऊंची पहुंच रखने वाले शिक्षकों का पिछले दरवाजे से बेधड़क तबादला हो रहा है। घरेलू समस्याओं, परिजनों के गंभीर रूप से बीमार होने समेत अन्य कारणों से अपने गृह जनपद या आसपास के जिले में तैनाती के लिए सैकड़ों परिषदीय शिक्षकों ने हाईकोर्ट में याचिकाएं भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी हर बार तबादले की कोई नीति न होने का बहाना बनाकर इनके आवेदन निरस्त करते रहे लेकिन कुछ खास शिक्षकों को चुपके से मनपसंद जिले में भेज दिया गया। हालांकि मानव संपदा पोर्टल ने इस खेल का खुलासा कर दिया है। गौरतलब है कि इससे पहले दिसंबर 2019 में शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले की प्रक्रिया शुरू हुई थी और कानूनी लड़ाई के बाद मार्च 2021 में तैनाती मिल सकी थी। पूर्व के वर्षों में भी ऊंची पहुंच वाले शिक्षकों के नियम-कानून ताक पर रखकर ऑफलाइन तबादले होते रहे हैं।
तबादले को तरस रहे शिक्षक,पर्दे के पीछे खेल
● मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों की सूचना से खुलासा
● कई स्कूल के शिक्षकों का अंदरखाने हो गया स्थानांतरण
● लंबे समय से नहीं हुए शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले
बलरामपुर के प्राथमिक विद्यालय पिपरा खास में 30 अगस्त 2016 को नियुक्त शिक्षिका शिखा कनौजिया का चार जनवरी 2023 को आगरा तबादला हो गया। उन्होंने छह जनवरी को कार्यभार भी ग्रहण कर लिया। शिखा का गृह जनपद कानपुर नगर है।
सिद्धार्थनगर के प्राथमिक विद्यालय भरामा में नौ जनवरी 2015 को नियुक्त शिक्षिका कविता रानी का 14 जनवरी 2023 को उनके गृह जनपद बिजनौर में तबादला हो गया। मानव संपदा पोर्टल पर अपडेट सूचना के मुताबिक उन्होंने बिजनौर में 16 जनवरी को कार्यभार ग्रहण कर लिया।
सही खबर यह है👇👇
विगत कुछ दिनो से लगातार सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर कुछ अध्यापको के बैक डूर से अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण की गलत न्यूज दिखाई जा रही है जो कि बिल्कुल गलत है ये सभी शिक्षक NOC प्रकरण से संबंधित है जो माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद की याचिका सं 988/2021 रोहित कुमार व 56 अन्य के आदेशानुसार NOC प्राप्त कर दूसरे जनपद मे पहुचे है उक्त क्रम मे कल हिंदुस्तान पेपर मे भी ऐसा ही गलत प्रकाशित किया गया था जिसे आज हिंदुस्तान पेपर ने सुधारते हुए सही न्यूज प्रकाशित की है।*
धन्यवाद
रोहित कुमार
9568703421
प्रयागराज। परिषदीय शिक्षकों की पदोन्नति के लिए वरिष्ठता सूची निर्धारण के कारण हाईकोर्ट के आदेश पर स्थानान्तरित शिक्षकों का विद्यालय आवंटन फंस गया है। रोहित कुमार के मामले में हाईकोर्ट के 12 अप्रैल 2022 के आदेश के क्रम में एनओसी देते हुए जिन शिक्षकों का एक से दूसरे जिले में तबादला हुआ था उनका विद्यालय आवंटन 20 मार्च को होना था। लेकिन अब एनआईसी के पोर्टल पर पदोन्नति के लिए वरिष्ठता सूची अपलोड होने के बाद ही स्थानान्तरित शिक्षकों का विद्यालय आवंटन होगा। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने 20 मार्च को सभी बीएसए को पत्र लिखकर यह साफ किया है। इसी क्रम में बलरामपुर के प्राथमिक विद्यालय पिपरा खास में नियुक्त शिक्षिका शिखा कनौजिया और सिद्धार्थनगर के प्राथमिक विद्यालय भरामा में की शिक्षिका कविता रानी का क्रमश आगरा और बिजनौर में जनवरी में तबादला हुआ था।