प्रयागराज : स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि सभी शिक्षकों को उनके विद्यालय में लौटाया जाए। किसी भी अध्यापक से कार्यालयीय कार्य न लिया जाए । विशेष रूप से वेतन बिल आदि न बनवाए जाए। इस आदेश के बावजूद कई विकासखंडों में शिक्षक कार्यालय में ही डटे हैं। खंड शिक्षाधिकारी उनसे नियमित रूप से लिपिकीय कार्य ले रहे हैं। विद्यालय अवधि में कार्यालय बुलाया जाता है। इस संबंध में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक एवं जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के पदाधिकारियों व अन्य शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय में उपस्थित होकर शिकायत की है।
बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि खंड शिक्षाधिकारी मऊआइमा ममता सरकार, खंड शिक्षाधिकारी कोरांव रिजवान अहमद, खंड शिक्षाधिकारी करछना अनिल कुमार त्रिपाठी, खंड शिक्षाधिकारी इंडिया प्रदीप कुमार सिंह के खिलाफ शिकायत मिली है। बताया गया है कि वेतन बिल परियर चयन/प्रोन्नत वेतनमान एवं एमडीएम जैसे कार्यों में अध्यापकों को लगाया गया है। शिक्षकों की सेवा संबंधी अभिलेख तथाकथित बिल बाबू शिक्षकों के पास रखे हुए हैं। यह कार्य किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं है। शासन व विभाग द्वारा समय- समय पर दिए गए निर्देशों की स्पष्ट अवहेलना है। संबंधित खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि उक्त सभी कार्य तत्काल विकास खंड में कार्यरत पटल सहायक / सहायक लेखाकारों को आवंटित करते हुए बीएसए कार्यालय को सूचित किया जाए। यदि भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति पाई गई तो उसे अत्यंत गंभीर मामला मानते हुए बिना स्पष्टीकरण मांगे यथोचित कार्रवाई की जाएगी। उसका संपूर्ण उत्तरदायित्व संबंधित खंड शिक्षाधिकारियों का होगा।