गौरीगंज (अमेठी ) । स्कूल आने के प्रति बच्चों
को प्रोत्साहित करने के साथ शैक्षिक स्तर बढ़ाने के लिए विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। महानिदेशक ने रेडीनेस गतिविधि का कैलेंडर जारी किया है। जारी कैलेंडर के अनुसार 12 सप्ताह अलग-अलग गतिविधियां संचालित की जाएंगी।
जिले में संचालित 1,570 परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक सत्र 2023-24 में शिक्षण कार्य को बेहतर बनाने की कवायद शुरू हो गई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं निपुण भारत अभियान के तहत शिक्षा के मूलभूत साक्षरता के प्रथम सोपान के रूप में रेडीनेस गतिविधियों को चिन्हित किया गया है। बाल मनोविज्ञान के दृष्टिकोण से 80 प्रतिशत से अधिक दिमाग का विकास छह वर्ष तक हो जाता है।
योजना के तहत कक्षा एक के शिक्षकों को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षित किया जाएगा। तीन माह तक अभियान चलेगा। खेल आधारित स्कूल की तैयारी के लिए गाइडलाइन तय की गई है। शिक्षकों को प्रशिक्षण के माध्यम से इसे स्पष्ट किया जाएगा। तीन महीने के कार्यक्रम में कला की पुस्तकें, बुक रीडिंग, आंतरिक प्रतिभा के बारे में चर्चा की जाएगी।
दीक्षा पोर्टल पर अपलोड ऑडियो व वीडियो की मदद से शिक्षण कार्य होगा। बीएसए संगीता सिंह ने बताया कि स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम के जरिए बच्चे स्कूल की तरफ आकर्षित होंगे। जब वह स्कूल आएंगे तो उन्हें प्रभावी तरीके से शिक्षा का ज्ञान मिलेगा।
क्षमता का होगा संवर्धन
जिला समन्वयक प्रशिक्षण अभिनव पांडेय ने बताया कि जिले स्तर पर शिक्षकों को प्रशिक्षित कर उनकी क्षमता का संवर्धन किया जाएगा। विषयों के लावा बच्चों के व्यवहार व सीखने के क्षमता की जानकारी दी जाएगी। बच्चों के शब्द व अक्षर पहचानने की क्षमता से शिक्षकों को परिचित कराया जाएगा।