हरदोई । कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय टोंडरपुर में कार्यरत उर्दू अध्यापक को बालिकाओं से बदसलूकी करने पर स्कूल से हटा दिया गया है।
उन्हें तत्काल प्रभाव से बीएसए कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। इस मामले में जांच के लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में टीम बनाई गई है। यह टीम अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी।
बुधवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बीईओ शालिनी गुप्ता निरीक्षण करने पहुंची थीं। इस दौरान छात्राओं ने शिकायत की थी कि शाहजहांपुर निवासी उर्दू अध्यापक उनसे बदसलूकी करते हैं और गलत तरीके से स्पर्श करते हैं। इस पर उन्होंने बीएसए डा. विनीता को पूरे मामले की जानकारी दी। बीएसए ने जिलाधिकारी एमपी सिंह को जांच आख्या भेजी। इसके बाद डीएम ने मामले की विस्तृत जांच कराने के लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दिव्या मिश्रा के नेतृत्व में जांच टीम बनाई। इसमें जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी ऋचा गुप्ता, सीओ हरियांवा शिल्पा कुमारी को भी शामिल किया गया है। तीनों महिला अधिकारी मामले की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट जिलाधिकारी के पास भेजेंगी।
इस मामले में वार्डेन व विद्यालय की शिक्षिकाओं की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ रही है। डीएम एमपी सिंह का कहना है कि मामले को गंभीरता से लिया गया है। आरोपित उर्दू शिक्षक का स्कूल में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। कमेटी की जांच आख्या आने के बाद नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।