राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति योजना परीक्षा 2023 में सम्मिलित प्रदेशभर के 1.40 लाख छात्र-छात्राओं को साढ़े चार महीने से अपने परिणाम का इंतजार है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से राजकीय, एडेड और परिषदीय स्कूलों में आठवीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए 13 नवंबर को प्रदेश के 377 केंद्रों पर परीक्षा कराई गई थी। दिसंबर अंत तक परिणाम घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन आज तक रिजल्ट जारी नहीं हो सका है।
सूत्रों के अनुसार परीक्षा आईसीआर (इंटेलिजेंट कैरेक्टर रिकग्निशन) उत्तरपुस्तिका पर होने के कारण परिणाम तैयार होने में समय लग रहा है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी का कहना है कि परिणाम तैयार कर उसकी जांच के लिए मनोविज्ञानशाला को भेजा गया है। वहीं, मनोविज्ञानशाला की निदेशक उषा चन्द्रा का कहना है कि परिणाम की जांच चल रही है। अंतिम परिणाम में थोड़ा समय लगेगा।
15143 विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा तक मिलेगा वजीफा
शिक्षा मंत्रालय की ओर से यूपी के 15143 मेधावियों को कक्षा नौ से 12 तक प्रतिमाह एक हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी जाती है। छात्रवृत्ति के लिए इस साल रिकॉर्ड 1,67,545 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया था जिनमें से लगभग 1.40 लाख परीक्षा में शामिल हुए। पिछले साल 38,837 बच्चों ने वजीफे के लिए फॉर्म भरा था, जिनमें से मात्र 6456 को ही छात्रवृत्ति मिल सकी थी।