लखनऊ। प्रदेश में होमगार्ड्स संगठन अब जवान नहीं रहा। पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कानून-व्यवस्था में योगदान देने और महत्वपूर्ण लोगों की सुरक्षा में तैनात रहने वाले होमगार्ड्स संगठन के 50 प्रतिशत से ज्यादा स्वयंसेवक बुढ़ापे की कगार हैं। अगर संगठन में स्वयंसेवकों की भर्ती जल्द नहीं हुई तो उक्त मोर्चे पर कठिनाई आना तय है। राज्य सरकार की घोषणा के बावजूद होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती का प्रस्ताव कई माह से शासन में लंबित है।
वर्तमान में होमगार्ड संगठन में कुल 81,043 स्वयंसेवक हैं। जबकि इनके लिए सृजित पदों की संख्या 1,18,348 है। इस तरह करीब 37 हजार होमगार्ड स्वयंसेवकों की कमी है। कार्यरत स्वयंसेवकों में से 41,454 की आयु 50 वर्ष से पार हो चुकी है।
आगामी पांच वर्षों के भीतर इनमें से आधे से ज्यादा सेवानिवृत्त भी हो जाएंगे। वहीं, होमगार्ड्स संगठन में कार्यरत 2,927 महिला स्वयंसेवक में से 1184 स्वयंसेवकों की उम्र 50 वर्ष से ऊपर हो चुकी है।
गौरतलब है कि बीते ढाई साल में करीब पांच हजार होमगार्ड सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं। होमगार्ड्स संगठन ने सृजित पदों के मुताबिक रिक्त पदों को भरने के लिए प्रस्ताव शासन भेजा था लेकिन इस पर अभी तक निर्णय नहीं लिया जा सका है.
इस आयु वर्ग के इतने हैं होमगार्ड स्वयंसेवक
18 से 30 वर्ष तक के 1855 स्वयंसेवक
30 से 40 वर्ष तक के 12410 स्वयंसेवक
40 से 50 वर्ष तक के 25,193 स्वयंसेवक
■ 50 से ज्यादा आयु के 41454 स्वयंसेवक
होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती का प्रस्ताव कुछ माह पूर्व शासन भेजा गया था। इस पर अभी निर्णय लिया जाना है। – विजय कुमार मौर्य, कमांडेंट जनरल, होमगार्ड्स