लखनऊ। प्रदेश में कार्यरत दो हजार से अधिक राजस्व लेखपाल, संग्रह अमीन, भू-अर्जन अमीन की जल्द ही राजस्व निरीक्षक के पद पर पदोन्नति की जाएगी। राजस्व परिषद ने जिलावार पदोन्नति की कवायद शुरू कर दी है।
परिषद की ओर से 1996 तक नियुक्त लेखपाल, संग्रह अमीन और भू-अर्जन अमीन की चरित्र पंजिका, विभागीय कार्यवाही, अभियोजन, सतर्कता जांच सहित अन्य विवरण जिलों से मांगे गए हैं।
करीब 36 जिलों के लेखपालों का रिकॉर्ड परिषद में पहुंच गया है। शेष जिलों को 15 अप्रैल तक रिकॉर्ड प्रस्तुत करना है।राजस्व परिषद के भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक मई महीने तक करीब दो हजार से अधिक राजस्व लेखपालों को राजस्व निरीक्षक के पद पर पदोन्नति मिल जाएगी.
नई नियुक्तियों का इंतजार
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने लेखपाल के 8085 पदों पर भर्ती परीक्षा बीते वर्ष 31 जुलाई में आयोजित की थी। भर्ती परीक्षा का परिणाम अभी तक जारी नहीं हुआ है। परिषद में लेखपाल के 30,837 पद स्वीकृत हैं वर्तमान में करीब 17 हजार पदों पर ही लेखपाल कार्यरत हैं। एक-एक लेखपाल के पास दो से तीन क्षेत्रों का कार्यभार हैं। आयोग की ओर से परिणाम जारी करने के बाद राजस्व परिषद करीब 10 हजार लेखपाल भर्ती के लिए अधियाचन आयोग को भेज सकता है।