स्कूलों में योग सिखाने की जरूरत पाठक
प्रयागराज, श्री रामचंद्र मिशन एवं हार्टफुलनेस की ओर से गवर्नमेंट प्रेस मैदान पर चल रहे योग महोत्सव के तीसरे दिन रविवार को मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रत्येक स्कूल में बच्चों को योग और ध्यान के गुड़ सिखाने की जरूरत है। ऐसे आयोजनों से समाज को नई दिशा और ऊर्जा मिलती है। उन्होंने पारितोषिक वितरण भी किया। ब्रजेश पाठक ने कहा कि बच्चे ही समाज की वास्तविक पूंजी हैं। इन पर देश और समाज का भविष्य टिका हुआ है।
कार्यक्रम की शुरुआत एनसीजेडसीसी के कलाकारों की ओर से प्रस्तुत भजन से की गई। योग प्रशिक्षक डॉक्टर दिलीप कुमार एवं आकाश जायसवाल के दल ने लोगों को योग एवं प्राणायाम कराया। इस अवसर पर ब्राइटर माइंड्स के प्रशिक्षित बच्चों ने अपनी कला एवं कौशल का प्रदर्शन किया। प्रशिक्षक लता दिवेदी एवं रामकृष्ण द्विवेदी ने बताया कि मानव मस्तिष्क में अनंत क्षमताएं होती हैं। हमें खुद अपनी मेहनत एवं इच्छाशक्ति से इसे बाहर निकालना होता है। बच्चों की उसी छिपी प्रतिभा को बाहर निकालने एवं उनके जीवन को नई दिशा देने का कार्य किया जाता है।
बच्चा स्मरणशक्ति, अवलोकन शक्ति, संवेदनशीलता, समानुभूति भावनात्मक स्थिरता आदि गुणों को विकसित करता है। इसी का परिणाम होता है कि बच्चे अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर रंगों को पहचानने, पुस्तकों को पढ़ने एवं बाधा युक्त रास्ते पर चलने में समर्थ हो जाते हैं। प्रातकालीन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में योग संरक्षक कृष्ण स्वरूप सचदेवा रहे। संचालन कर रहीं योग एवं ध्यान प्रशिक्षक राधा सक्सेना ने योग के क्षेत्र में संस्थान के योगदान के बारे में बताया। इस अवसर पर बतौर विशिष्ट अतिथि विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, केपी श्रीवास्तव, प्रभाकर त्रिपाठी रहे। सीएमओ, आर्य कन्या डिग्री कॉलेज के चेयरमैन पंकज जायसवाल आदि की प्रमुख उपस्थिति रही।