शासन ने सपा शासनकाल में प्रदेश के 17 मंडलों में पशुधन प्रसार अधिकारियों के 1198 पदों पर भर्ती में हुए घोटाले में तत्कालीन पशुधन मंत्री राज किशार सिंह व तत्कालीन प्रमुख सचिव योगेश कुमार पर मुकदमा चलाने की अनुमति दी है।
फिरोज गांधी इंस्टीट्यूट रायबरेली के तत्कालीन निदेशक राम प्रताप शर्मा और तत्कालीन सिस्टम एडमिन मो. इशरत हुसैन के खिलाफ भी मुकदमा चलाया जाएगा। इससे इस भर्ती में चयनित सभी 1005 पशुधन प्रसार अधिकारियों की नौकरी पर भी तलवार लटक गई है। इन्हें भी सेवा से बर्खास्त किए जाने का फैसला लिया जा सकता है। एसआईटी की जांच में पाया गया कि तत्कालीन पशुधन मंत्री राज किशोर सिंह के संरक्षण में अफसरों ने भर्तियों में जमकर मनमानी की थी। पशुधन प्रसार अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया में नियमों को ताक पर रख दिया गया। एसआईटी ने जांच रिपोर्ट के आधार पर पूर्व मंत्री समेत चार के विरुद्ध अभियोजन की स्वीकृति मांगी थी