36 दिन बीतने के बाद भी मात्र 77 अध्यापक ही राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए आवेदन कर सके हैं। यह स्थिति तब है कि आवेदन की अन्तिम तिथि मात्र सात दिन बाद 31 मई है। राज्य पुरस्कार के लिए नगण्य आवेदन को देखते हुए बेसिक शिक्षा निदेशक डा. महेन्द्र देव ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को बेहद नाराजगी भरा पत्र लिखा है।
शिक्षा निदेशक ने अपने पत्र में लिखा है कि राज्य अध्यापक पुरस्कार 2022 के लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों, अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में कार्यरत अध्यापक, अध्यापिकाओं के चयन के लिए प्रेरणा वेब पोर्टल के माध्यम से आनलाइन आवेदन पत्र दिनांक 16 अप्रैल से 31 मई 2023 तक आमंत्रित किए गए हैं।
23 मई तक की स्थिति यह है कि पोर्टल पर शिक्षकों द्वारा प्रेषित आवेदन पत्रों की संख्या मात्र 77 है। एक जिले से चार आवेदन पत्र, चार जिलों से तीन-तीन आवेदन पत्र, 13 जिलों से दो-दो आवेदन पत्र तथा 35 जिलों से मात्र एक-एक आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। 22 जिलों से अद्यतन एक भी शिक्षक ने राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए कोई आवेदन नहीं किया गया है जो अत्यन्त निराशाजनक है। बेसिक शिक्षा निदेशक ने सभी बीएसए को लिखा है कि राज्य अध्यापक पुरस्कार के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार कर अपने जिले से कम से कम तीन शिक्षकों का आवेदन पत्र अवश्य प्रेषित कराएं। आवेदन पत्र प्रेषित करने की अन्तिम तिथि 31 मई है।