गोण्डा, । फर्जी टीईटी प्रमाण पर नौकरी करने वाली शिक्षिका पिंकी वर्मा को बर्खास्त कर दिया गया है। बीते दो साल से शिक्षिका से जवाब मांगा जा रहा था। वह साक्ष्य के साथ पूछे जा रहे सवालों का जवाब नहीं दे पा रही थी। बीते साल जून के महीने में दिए गए साक्ष्य भी नाकाफी पाए गए। इसके बाद से बुलाने पर भी शिक्षिका बीएसए दफ्तर में हाजिर नहीं होने आई। अन्तत: शिक्षिका की सेवाएं उसकी नियुक्ति तिथि से समाप्त कर दी गई हैं।
जिला रमाबाईनगर के डेरापुर तहसील की ग्राम पंचायत छतरसा की रहने वाली पिंकी वर्मा पुत्री धनीराम को जिले के प्राथमिक विद्यालय बैकुण्ठपुर झंझरी ब्लॉक में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति मिली थी। 12 अप्रैल 2018 को नियुक्ति के बाद जब शिक्षिका के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन कराया जाने लगा तो परीक्षा नियामक प्राधिकारी के वेबसाइट पर वर्ष 2013 में पास होने का टीईटी सर्टिफिेकेट फर्जी साबित हुआ। ऐसे में उसे 31 अगस्त को उसे तलब किया गया, तब तक शिक्षिका ने स्कूल आना बंद कर दिया। बीते साल 5 जून को बुलाने पर भी वह नहीं आई। विभाग ने फिर से उसे नोटिस भेजी तो वह 15 जून को हाजिर हुई। उसके द्वारा पेश किए साक्ष्यों को नाकाफी पाया गया। बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया है। उसने फर्जी टीईटी सर्टिफिेकेट लगाकर नौकरी हथियायी थी।