लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग विभिन्न कारणों से बीच में ही स्कूल छोड़ चुके छात्रों को वापस स्कूल लाने के साथ ही उन्हें विशेष प्रशिक्षण भी देगा। इसके माध्यम से लगभग 2.85 लाख छात्रों को नामांकित कक्षा में पढ़ रहे अन्य छात्रों के स्तर तक लाने का प्रयास किया जाएगा।
यह विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम एक जुलाई से शुरू किया जाएगा। आउट ऑफ स्कूल बच्चों को 9 माह का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। यदि छात्र निर्धारित अवधि में कक्षा के अनुसार बेहतर स्तर नहीं पाता है, तो विशेष प्रशिक्षण की अवधि को बढ़ाया जा सकता है। विशेष प्रशिक्षण के लिए हर विद्यालय में खंड शिक्षा अधिकारी एक नोडल अध्यापक नामित करेंगे। प्रशिक्षण के दौरान बच्चों का तीन माह में मूल्यांकन भी किया जाएगा।
राज्य परियोजना निदेशक विजय किरण आनंद ने सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि इन आउट ऑफ स्कूल बच्चों का प्रारंभिक मूल्यांकन शारदा एप से 20 जुलाई तक पूरा किया जाएगा। नोडल शिक्षक मूल्यांकन के आधार पर शिक्षण योजना तैयार करेंगे। इसमें स्पेशल एजुकेटर्स का भी सहयोग लिया जाएगा। ये हर माह 20 विद्यालयों का भ्रमण करेंगे