अमृत विचार : परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी की समस्या से विभाग को राहत मिलने वाली है। विभाग के अनुसार दूसरे जिलों से आने वाले शिक्षकों की काउंसलिंग कर ग्रामीण और नगर क्षेत्र के स्कूलों में तैनात किए जाएंगे। इस प्रक्रिया के तहत इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी के चलते शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रहा है। वहां इन शिक्षकों को प्राथमिकता से तैनात किया जाएगा।
इस बार अंतर जनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत जनपद में 391 शिक्षक दूसरे जनपदों से आ रहे हैं, जबकि यहां से 183 शिक्षक दूसरे जनपदों में जा रहे हैं। जनपद में 208 नए शिक्षकों के बढ़ने से शिक्षण कार्य में सुधार होगा। अभी तक जनपद से स्थानांतरित शिक्षकों को कार्यमुक्त और आने वाले शिक्षकों को ज्वाइन कराने की प्रकिया चल रही है विभागीय सूत्रों के मुताबिक आगामी
2 जुलाई को स्कूल खुलने तक यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। जिले में 2482 परिषदीय विद्यालयों में करीब 10 हजार प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापकों के पद स्वीकृत हैं। इसके सापेक्ष जनपद में महज 7800 प्रधानाध्यापक और शिक्षकों की तैनाती हैं।