लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत खंड शिक्षा अधिकारियों ( वीईओ) के काम का अब समग्र शिक्षा की ओर से मूल्यांकन किया जाएगा। इसके लिए पहले से तय कार्य संकेतक व गोपनीय आख्या के प्रपत्र भाग दो में संशोधन किया गया है। इसके अनुसार ही सत्र 2023-24 में उनकी पदोन्नति की जाएगी।
शासन की ओर से जारी दिशा-निर्देश के मुताबिक बीईओ की ओर से संकुल बैठकों, ऑपरेशन कायाकल्प के तहत अवस्थापना सुविधाओं, प्रेरणा पोर्टल पर निरीक्षण आख्या, एआरपी व संकुल शिक्षकों के अनुसार निपुण लक्ष्य की प्राप्ति, दिव्यांग छात्रों की उपस्थिति, शारदा कार्यक्रम में कुल नामांकन के सापेक्ष छात्रों की संख्या, बजट का व्यय, मान्यता प्रकरणों, डीबीटी से लाभांवित छात्रों की स्थिति, उनकी फोटो अपलोड, मातृत्व व बाल्यकाल देखभाल अवकाश प्रकरणों का निस्तारण, यू-डायल पोर्टल की प्रगति के आधार पर उनका मूल्यांकन किया जाएगा। इनके आधार पर अंक दिए जाएंगे।
■ बीईओ के कार्यों का विभागीय पर्यवेक्षण भी कराया जाएगा। दो से अधिक ब्लॉक का प्रभार होने पर मूल ब्लॉक के अनुसार मूल्यांकन होगा। इसी आधार पर सीआर लिखी जाएगी।
बेसिक शिक्षा विभाग के विशेष सचिव अवधेश कुमार तिवारी ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा को पत्र भेजकर इसके अनुसार आगे की कार्यवाही के लिए कहा है।