मिर्जापुर। सिटी विकास खंड के भवानीपुर प्राथमिक विद्यालय में कीड़े वाले आटे की रोटी बनाए जाने के मामले में शुक्रवार को जांच की गई। प्रथम दृष्टया गड़बड़ी मिलने पर प्रभारी प्रधानाध्यापिका को बीएसए ने निलंबित कर दिया। साथ ही रसोइया की सेवा समाप्त कर दी। इसके अतिरिक्त ग्राम प्रधान के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को उन्होंने पत्र भी लिखा है।
बीते बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर 37 सेकेंड का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें एक रसोइया आटा सान रही है। उस आटे में चलते हुए कीड़े को देखकर कोई पूछता है कि इस कीड़े वाले आटे की ही रोटी बनेगी क्या। इस पर रसोइया उस आटे को इधर-उधर कर देती है, इससे कीड़ा छिप जाता है। वहां एक महिला भी खड़ी है, जिसके बारे में अनुमान लगाया जा रहा है कि वह वहां की प्रधानाध्यापिका है अथवा अध्यापिका। इस पूरे वीडियो को सिटी विकास खंड के भवानीपुर का बताया जा रहा है। इस वीडियो के वायरल होने पर बीएसए अनिल कुमार वर्मा ने खंड शिक्षा अधिकारी सिटी व मिड डे मील के जिला समन्वयक को जांच अधिकारी बनाकर एक दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। दोनों अधिकारियों ने शुक्रवार को मौके पर जाकर जांच की। इस दौरान जांच में प्रथम दृष्टया प्रभारी प्रधानाध्यापिका व रसोइया को दोषी पाया गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने प्रभारी प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया और रसोइया की सेवा समाप्त कर दी। साथ ही खंड शिक्षाधिकारी मुख्यालय को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। बीएसए ने रसोइयों का चयन प्रतीक्षा सूची से करने का निर्देश भी दिया।
बीएसए अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में ये तथ्य सामने आए हैं कि संबंधित ग्राम प्रधान ने मध्याह्न भोजन बनवाने में सहयोग नहीं किया। साथ ही मध्याह्न भोजन पर जो धनराशि खर्च की गई, उसके चेक पर हस्ताक्षर भी नहीं किया। उन्होंने प्रधान पर यह आरोप भी लगाया कि बाहरी व्यक्ति को बुलाकर मध्याह्न भोजन बनाए जाने के दौरान का वीडियो बनवा लिया। बीएसए ने बताया कि मध्याहन भोजन बनवाने में सहयोग नहीं करने पर संबंधित प्रधान के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि मध्याह्न भोजन में जो भी गड़बड़ी करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी