गजरौला शिव। बीएसए ने परिषदीय व मान्यता प्राप्त विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एक स्कूल दो जगह चलता पाया गया। अधिकारी कुछ स्कूलों के रजिस्टर व मान्यता के कागज अपने साथ ले गए।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जयकरन यादव ने गजरौला अचपल के पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालय व गजरौला शिव के कंपोजिट विद्यालय का निरीक्षण किया। गजरौला शिव के कंपोजिट विद्यालय में एक शिक्षिका अनुपस्थित पाई गई जिसका एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए। उन्होंने विद्यालयों की साफ- सफाई व पानी की व्यवस्था सही कराने के निर्देश दिए।
इसके बाद बीएसए गांव में चल रहे मान्यता प्राप्त विद्यालय में भी गए। जहां उन्होंने चिल्ड्रन एकेडमी, सरोज बाल विद्या मंदिर व आदर्श वाल विद्या मंदिर का भी निरीक्षण किया। बीएसए ने बताया कि निरीक्षण में चिल्ड्रन एकेडमी विद्यालय दो जगह चलता पाया गया। विद्यालय में मानक के अनुसार कमरे भी नहीं मिले, टिनशेड में ही विद्यालय संचालित पाया गया। जबकि आदर्श वाल विद्या मंदिर मानक के अनुसार नहीं मिला। इन विद्यालयों की मान्यता कक्षा 5 व 8 तक पाई गई। जबकि विद्यालय में हाईस्कूल व इंटर के छात्रों को पढ़ते मिले।
इस दौरान सरोजवाल विद्या मंदिर गजरौला शिव मानक के अनुसार पाया गया। विद्यालय की मान्यता कक्षा 8 तक है। छात्र भी कक्षा 8 तक पढ़ते पाए गए। बीएसए जयकरन यादव ने बताया कि गैर मान्यता के कक्षा 12 तक कक्षाएं संचालित करने को नोटिस जारी किया। टिनशेड वाला विद्यालय बंद करने का नोटिस दिया। साथ नोटिस जारी कर जवाब मांगा। उसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल का हैंडपंप ढाई महीने से खराब
गजरौला अचपल के पूर्व माध्यमिक विद्यालय व माध्यमिक विद्यालय में लगे हैंड पंप निरीक्षण में खराब मिले। हैंडपंप लगभग ढाई माह से खराब है। विद्यालय के स्टाफ ने हैंडपंप खराब होने की शिकायत की। बीएसए ने मौके पर मौजूद प्रधान को शीघ्र ही हैंडपंप ठीक कराने के निर्देश दिए। प्रधान ने बजट न होने की बात कहते हुए पल्ला झाड़ लिया। अप्रैल माह में बीईओ मोहम्मदपुर देवमल प्रभात कुमार ने मान्यता प्राप्त विद्यालयों की जांच की थी।
जिसमें सभी विद्यालय मानक के अनुसार सही पाए गए थे। अब बीएसए के निरीक्षण में मान्यता प्राप्त स्कूल मानक के अनुसार नहीं पाए गए। कक्षा पांच व कक्षा आठ तक मान्यता प्राप्त स्कूलों में हाईस्कूल व इंटर के बच्चे पढ़ते मिले। बीईओ प्रभात कुमार के अप्रैल माह की जांच में सभी मान्यता प्राप्त स्कूल मानक के अनुसार मिले थे।