नई दिल्ली, उत्तर भारत में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी बारिश का कहर जारी रहा। सात राज्य जल प्रहार से बुरी तरह त्रस्त हो गए हैं। दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में बारिश के चलते जनजीवन बुरी तहर अस्त-व्यस्त हो गया है। पहाड़ों से लेकर मैदान तक नदियां उफान पर हैं। कई जगह भूस्खलन, बाढ़ और बारिश से जान-माल का नुकसान हुआ है। वहीं यूपी में भारी बारिश से अलग-अलग जिलों में आठ लोगों की मौत हो गई।
यमुना का जलस्तर 204.63 मीटर पर पहुंचा लगातार बारिश के बीच हरियाणा द्वारा हथिनीकुंड बैराज से नदी में अधिक पानी छोड़े जाने से दिल्ली में यमुना का पानी चेतावनी के स्तर 204.5 मीटर को सोमवार को पार कर गया। सोमवार अपराह्न एक बजे पुराने रेल ब्रिज पर इसका जलस्तर 204.63 मीटर पर पहुंच गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति की आशंका नहीं है, लेकिन सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
हिमाचल में भूस्खलन से चार की मौत हो गई। पर्यटन स्थल मनाली में फंसे 20 लोगों को बचाया गया, करीब 300 लोग फंसे हुए हैं। ब्यास नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण नागवेइन गांव में फंसे छह लोगों को बचाया गया। मृतकों की संख्या 20 हो चुकी है।
हरिद्वार में सुबह आठ बजे गंगा नदी का जलस्तर 292 मीटर दर्ज किया गया जो खतरे के स्तर 294 मीटर से केवल दो मीटर नीचे है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन हुआ जिसे घंटों बाद बहाल किया गया। नर्मदा में फंसे चार लोगों को बचाया एनडीआरएफ ने मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में भेड़ाघाट के पास नर्मदा नदी में एक टापू पर फंसे चार लोगों को 13 घंटे बाद बचा लिया गया।
पंजाब
बारिश से दिल्ली में यमुना पूरी उफान पर है। सोमवार को हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद इसका जलस्तर इतना बढ़ गया कि मंदिर भी आधा डूब गया। ● एएनआई
लगातार बारिश के चलते पंजाब में कई जगह बाढ़ जैसे हालात हैं। पटियाला में राहत और बचाव कर्मियों की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। ● प्रेट्र
राजस्थान
सोलन के परवाणू में सोमवार को भारी बारिश के चलते गाद के साथ गाड़ियां ऐसी बह गईं जैसे कोई खिलौना। ● प्रेट्र
जयपुर में सोमवार को पानी से लबालब सड़क से गुजरते वाहन। राज्य में कई जगहों पर भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई है।
आपदा नियंत्रण के लिए 24 घंटे रहें अलर्ट योगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि बाढ़ के साथ जलभराव के निदान के लिए ठोस प्रयास करना होगा। डीएम, नगर आयुक्त, अधिशाषी अधिकारी एवं पुलिस की संयुक्त टीम जलभराव से बचाव के लिए जरूरतों के अनुसार व्यवस्था करें। मुख्यमंत्री ने एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ टीमें 24 घंटे एक्टिव मोड में रहें।
चार राज्यों में एनडीआरएफ की 39 टीमें तैनात
एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर भारत के चार राज्यों में बारिश और बाढ़ से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 39 टीमें तैनात की गई हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की 14 टीमें पंजाब, एक दर्जन टीमें हिमाचल प्रदेश में, आठ उत्तराखंड और पांच हरियाणा में तैनात हैं।