लखनऊ। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुसार प्रदेश में बुनियादी शिक्षा (कक्षा एक-दो) का पाठ्यक्रम तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) लंबे समय बाद प्रदेश में बुनियादी शिक्षा का पाठ्यक्रम तैयार करेगा। इसके लिए यह देश के प्रमुख शिक्षाविदों का सहयोग और सुझाव लेगा। इसी के आधार पर आगे यह कक्षा एक व दो के लिए पाठ्यक्रम का विकास करेगा।
केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में बुनियादी शिक्षा पाठ्यच जारी की गई है। इसके बाद अब राज्य स्तर पर इसे अपने अनरूप बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई है। इस क्रम में एससीईआरटी राज्य का बुनियादी पाठयक्रम तैयार करने के उद्देश्य से तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 19 से 21 जुलाई तक किया जा रहा है। इसमें देश के
प्रमुख शिक्षाविद शामिल होंगे और प्रदेश के बुनियादी शिक्षा के पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए सुझाव देंगे।
इस कार्यशाला में लैग्वेज एंड लर्निंग फाउंडेशन के निदेशक डॉ. धीर झिंगरन, पूर्व उप सचिव शिक्षा मंत्रालय डॉ. रितु चंद्रा एनसीईआरटी के डॉ. अनूप कुमार राजपूत, भोपाल के क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान की डॉ. गंगा महतो लखनऊ विश्वविद्यालय को डॉ. अमित बाजपेई अपना सुझाव व मार्गदर्शन देंगे। एससीईआरटी के निदेशक डॉ. पवन सचान ने बताया कि प्रदेश में यह कवायद काफी समय बाद हो रही है।
इस कार्यशाला में प्रमुख विशेषज्ञों के साथ एससीईआरटी, डायट, राज्य परियोजना इकाई के सदस्य, शिक्षा अधिकारी व स्वयंसेवी संस्थानों के भी विशेषज्ञ शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में बुनियादी स्तर की पाठ्यचर्चा पर विस्तार से चर्चा होगी। इसी आधार पर आगे चलकर कक्षा एक व दो के लिए पाठ्यक्रम तैयार होगा जो पूरे प्रदेश में बच्चे पड़ेंगे। इसमें बच्चों की बेहतर तरीके से सीखने की सु नींव रखने का प्रयास होगा।