बाराबंकी,। शिक्षिका अपने पति की सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र लगाकर 10 नंबर का भारांक लेकर अंतरजनपदीय शिक्षक तबादले में शामिल हो गई। फिर अपने पति को छोड़ कर बाराबंकी तबादला करा लिया। पति को जब इस बात की जानकारी हुई तो उसने बीएसए से लेकर महानिदेशक तक चिट्ठी लिख डाली। आरोप लगाया कि उसकी पत्नी ने गलत तरीके से उसकी सरकारी सेवा का लाभ लेकर अनुचित तबादला करा लिया है। इसलिए इन्हें कार्यभार न ग्रहण कराया जाए।
जालौन जिलाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक साजिद हसन ने महानिदेशक शिक्षा उत्तर प्रदेश और बेसिक शिक्षा अधिकारी बाराबंकी को पत्र भेजा है। उसमें आरोप लगाया है कि पत्नी महाराजगंज में सहायक अध्यापक हैं। गैर जनपद शिक्षक तबादले में पति का नियुक्त पत्र लगाकर बाराबंकी ट्रांसफर करा लिया, जबकि कोर्ट का आदेश और नियम भी है कि जिस जिले में पति या पत्नी कार्यरत हैं, उस जिले के लिए तबादला करा सकते हैं।
ऐसा नहीं हुआ, जालौन जाने के बजाय चुपके से बाराबंकी तबादला करा लिया है, जबकि नियुक्ति पत्र जालौन का लगाया है। विभाग को सेवा प्रमाण पत्र लेना चाहिए था, तभी तबादला करना चाहिए था, लेकिन महाराजगंज जिले की जांच टीम ने सत्यापन नहीं किया। गलत तरीके से ट्रांसफर कर दिया है। पति ने पत्र में कहा है कि उसके छोटे भाई को कैंसर और मां काफी बीमार रहती है। ऐसे में पत्नी की आवश्यकता ससुराल में थी, लेकिन तबादला करीब ढाई सौ किलोमीटर दूर करा लिया है। ऐसे में परिवार में दिक्कतें बढ़ गई हैं। पत्नी को बाराबंकी में ज्वाइन न कराया जाए।
जिले में गैर जनपद से लगभग 532 शिक्षक आने वाले थे। इसमें करीब 300 शिक्षकों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष प्रतिदिन आ रहे हैं। करीब डेढ़ सौ शिक्षक नहीं आएंगे, क्योंकि वह 69 हजार शिक्षक भर्ती में शामिल हैं। इन शिक्षकों के तबादले पर शासन ने रोक लगा दी है।
पति ने पत्नी को न ज्वाइन कराने के लिए पत्र भेजा है। इस पत्र पर मैं कुछ भी नहीं कर सकता हूं, क्योंकि महाराजगंज से जांच पड़ताल के बाद ही कार्यमुक्त किया गया है। शासन ने यहां ट्रांसफर दिया है तो शिक्षिका को कार्यभार ग्रहण करवाया जाएगा। अभी शिक्षिका आई नहीं है, इसलिए यहां कोई संपर्क सूत्र नहीं हैं, जिससे इस प्रकरण की जानकारी ली जा सके। (संतोषदेय पांडेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बाराबंकी)