यूपी की योगी सरकार शिक्षा मित्रों को बड़ी सौगात देने जा रही है। शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाया जाएगा। मानदेय को 10 हजार से बढ़ाकर 12500 रुपये करने पर विचार किया जा रहा है। यानी 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने जा रही है। उच्च स्तर पर इसको लेकर सहमति बन गई है। सूत्रों का कहना है कि अनुपूरक बजट में इसके लिए प्रावधान किया जा रहा है। प्रदेश में 1.48 लाख शिक्षा मित्र मौजूदा समय परिषदीय स्कूलों में पढ़ा रहे हैं।
राज्य सरकार शिक्षा मित्रों का मानदेय 10 हजार से बढ़ाकर 12500 रुपये करने पर विचार कर रही है। उच्च स्तर पर इसको लेकर सहमति बन गई है। सूत्रों का कहना है कि अनुपूरक बजट में इसके लिए प्रावधान किया जा रहा है। प्रदेश में 1.48 लाख शिक्षा मित्र मौजूदा समय परिषदीय स्कूलों में पढ़ा रहे हैं।
शिक्षा मित्र सालों से मानदेय बढ़ाने की मांग करते चले आ रहे हैं। इनका मानदेय अगस्त 2017 में 3500 से बढ़ाकर 10 हजार रुपये किया गया। इनको यह मानदेय भी कभी तय समय पर नही मिल पता है। शासन द्वारा जून माह का मानदेय बीते छह जून को ही जारी किया, जो अभी तक इनके खातों में नहीं पहुंचा है। मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में कुछ शिक्षा मित्र इन समस्याओं को लेकर गए थे। मुख्यमंत्री ने शीघ्र इनकी समस्याओं के समाधान का निर्देश अधिकारियों को दिया था।
मुख्यमंत्री ने मानदेय में वृद्धि का भी उस समय आश्वासन दिया था। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग ने इस दिशा में काम शुरू किया है। अनुपूरक बजट में इसके लिए व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री को इसे भेजा जाएगा। उनकी अनुमति के बाद बजट में शामिल कराया जाए। बजट की मंजूरी मिलने के बाद शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाया जाएगा। उत्तर प्रदेश बीटसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव कहते हैं कि इतनी महंगाई में कम मानदेय में परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है। शिक्षा मित्रों का मानदेय कम से कम 30 हजार रुपये हर माह होना चाहिए।