● शिक्षा विभाग ने लिस्ट जारी करके शिक्षकों की लगाई मंडी, चंद दूरी की खातिर तोड़ रहे वादा O लिस्ट जारी होने के बाद सहूलियत के हिसाब से सैकड़ों शिक्षकों ने बदल दिया अपना विद्यालय
रायबरेली। उदाहरण नंबर-1 छतोह ब्लॉक में कार्यरत एक + शिक्षिका ने बछरावां ब्लॉक से ब्लॉक में वर्षों से जमा एक शिक्षक उनकी चाहत शहर के पास के
विद्यालयों की नहीं बल्कि अपने घर के पास जाने की है। उन्होंने महराजगंज ब्लॉक से रोहनिया आने वाले शिक्षक को एक बुलेट तक देने का वादा कर लिया है। बाद में आपको लग रहा होगा कि दरअसल, बेसिक शिक्षा विभाग ब्लॉकवार जारी कर दी गई है। अब सूची जारी होने के बाद
गुरुजी का बिक रहा ईमान, बदल रहा मन
लिस्ट जारी करने के बाद भूल गए अधिकारी
रायबरेली। अवधी में एक कहावत है कि का भूलनवा खर खाए लियो हैं का जी हां, यह कहावत इस समय बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर बिल्कुल ही सटीक बैठ रही है। अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की प्रक्रिया को अधिकारियों ने बीच में ही छोड़ दिया है। अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के तहत आवेदन करने वाले शिक्षकों की सूची जारी करने के बाद विभाग ने शिक्षकों की एक मंडी लगा दी है। अब यहां पर शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों का चंद दूरी की खातिर पुराने साथी के साथ में रिश्ता टूटा जा रहा है। अंतर्जनपदीय स्थानांतरण कराने स्त्र के लिए शिक्षक अब एक दूसरे से सम्पर्क ही नहीं बल्कि बड़ा प्रलोभन भी दे रहे हैं। अपने घर के नजदीक गैर पहुंचने के लिए कोई एक लाख रुपये दे रहा है, तो कोई लाखों रुपये तक देने के लिए तैयार है।
जोड़ा टूटने से सैकड़ों के टूट गए अरमान
रायबरेली। म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए दूर के ब्लॉकों में कार्यरत शिक्षकों की परेशानी कम नहीं हो रही है। पहले उन्हें कोई म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए शिक्षक साथी नहीं मिल रहा था जब उनको ट्रांसफर के लिए शिक्षक साथी मिला तो फिर अब उनके अरमान फिर टूटे जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि जिससे म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए उनकी बात हुई थी, उसको अब नजदीक का विद्यालय मिल गया है। नजदीक का विद्यालय मिलने के बाद में उनका जोड़ा टूट गया और एक बार फिर से उनके घर जाने के अरमान पर पानी फिर गया है।
अंतर्जनपदीय स्थानांतरण करने इन दोनों उदाहरणों को पढ़ने के शिक्षकों के बीच में म्यूचुअल फिर अपने रिश्तेदारों या फिर अन्य बेसिक शिक्षा विभाग में वर्तमान दि माध्यमों से करा रहा है। अब सहूलियत के हिसाब से सैकड़ों पुराने साथियों के साथ में किया नेता करा रहे हैं तो कोई स्वयं का गया वादा टूट जा रहा है। बता दें, आवेदन किया है।
वाले शिक्षकों से लगातार सम्पर्क
कराने के लिए सौदबाजी शुरू हो दो लाख रुपये तक देने के लिए दे रहे हैं और वह आखिर इन गुरुजी मार्केट में पूरी तरह से आ बीच में स्थिति यह हो गई है कि प्रक्रिया गतिमान है। जिले में राजी है। उदाहरण नंबर-2 रोहनिया ब्लॉकों के लिए क्यों परेशान है। गए हैं और सिर्फ अब अपने दाम लिस्ट जारी होने के बाद भी कार्यरत हजारों शिक्षकों में से 838 बढ़वा रहे हैं। अगर यह कहा जाए अपने गांव के पास महराजगंज में इन दिनों अंतर्जनपदीय कि शिक्षकों की मंडी लग चुकीं शिक्षकों ने लिस्ट जारी होने के स्थानांतरण की प्रक्रिया में शामिल ब्लॉक में जाने के लिए लगातार स्थानांतरण की प्रक्रिया चल रही है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। बाद में अपना म्यूचुअल साथी होने के लिए आवेदन किया है। शिक्षकों से सम्पर्क कर रहे हैं। हैं और विभाग की तरफ से 12 मंडी लगने के बाद में उनके बिकने मिलने के बाद में बदल दिया है। इसमें सबसे अधिक सरेनी ब्लॉक 68,500 शिक्षकों की भर्ती में दिन पहले ही इस प्रक्रिया में के लिए सौदेबाजी का खेल बहुत अब शिक्षक अपने हिसाब से ही के शिक्षक शामिल है। वहां पर शिक्षक बनने वाले वर्षो से शामिल शिक्षकों की सूची ही तेजी के साथ में चल रहा है। विद्यालयों को खोज रहे हैं। इससे कार्यरत 92 शिक्षकों ने किसी का सौदा फाइनल शिक्षक
में म्यूचुअल ट्रांसफर यानि पुर कर रही है और वह शिक्षकों को आखिर शिक्षक इतना रुपया क्यों गई है। सूची जारी होने के बाद में प्रलोभन के बाद में शिक्षकों के अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण की शिक्षकों ने अन्तर्जनपदीय अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण के लिए स्व
रोहनिया ब्लॉक में कार्यरत है।