मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) की शिक्षक भर्ती व प्रोन्नति प्रक्रिया में मनमानी का आरोप लगाते हुए संस्थान के प्रोफेसर की पत्नियों और कुछ शिक्षिकाओं ने रविवार को घंटों निदेशक आवास का घेराव किया। ‘तानाशाही नहीं चलेगी’, ‘वी वांट जस्टिस’ जैसे नारे लगातीं महिलाएं देररात तक निदेशक आवास पर डटी रहीं। मामला बिगड़ता देख शिवकुटी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। देररात आश्वासन पर धरना खत्म किया गया।
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि संस्थान के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी भी प्रोफेसर पद के उम्मीदवार थे और मानक से कम अंक होने के बावजूद उनका चयन हो गया। एसोसिएट प्रोफेसर के लिए 50 प्वाइंट और प्रोफेसर के लिए 80 प्वाइंट का मानक पूर्ण होना चाहिए लेकिन मानक पूरा न करने वाले कई अभ्यर्थियों का चयन हो गया। जबकि तमाम शिक्षक ऐसे थे जिनके अंक मानक से अधिक होने के बावजूद बाहर कर दिए गए। कई पद उपयुक्त अभ्यर्थी उपलब्ध न होने की बात कहते हुए खाली छोड़ दिए गए जबकि आवेदकों में तमाम योग्य अभ्यर्थी थे। असिस्टेंट प्रोफेसरों की प्रोन्नति के बावजूद उनका वेतन कम हो गया। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सेलेक्शन कमेटी में शामिल विशेषज्ञों की संस्तुति दिखाई जाए। साथ ही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में अपनाए गए आरक्षण रोस्टर को भी सार्वजनिक किया जाए। देर रात तक धरना-प्रदर्शन होता रहा।
● प्रदर्शन के दौरान पहुंची पुलिस देर रात तक डटी रहीं महिलाएं
रविवार को तकरीबन साढ़े चार घंटे से धरना दे रही प्रो़फेसर की पत्नियों से संस्थान के निदेशक प्रोफेसर राजेश वर्मा ने रात करीब साढ़े दस बजे वार्ता की। उन्होंने आश्वासन दिया कि दो बिंदुओं पर जांच कराई जाएगी। इस पर निदेशक आवास का घेराव कर रही प्रोफेसर की पत्नियों ने धरना समाप्त कर दिया और घर लौट गईं। इसके बाद परिसर से पुलिस भी चली गई। शिक्षक भर्ती में अनियमितता को लेकर शाम छह बजे से प्रोफेसर की पत्नियां निदेशक आवास पर थाली बजाकर प्रदर्शन कर रही थीं।