प्रयागराज । प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में समूह-ग के 900 से अधिक पदों पर भर्ती को मंजूरी दे दी है। इन पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। साथ ही पांच अल्पसंख्यक महाविद्यालयों को शिक्षक भर्ती शुरू करने की अनुमति दी है।
प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में वर्ष 2012-13 से समूह ग के पदों पर कोई भर्ती नहीं हुई है। इन पदों पर भर्ती कॉलेज प्रबंधन के माध्यम से ही होती है। उच्च शिक्षा निदेशालय के अफसरों ने बताया कि इन महाविद्यालयों में कर्मचारियों की बहुत कमी है। इस पर मंत्री ने अशासकीय महाविद्यालयों में कहा। शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही मंत्री ने पांच अल्पसंख्यक महाविद्यालयों में शिक्षक भर्ती शुरू करने के निर्देश भी दिए। इन महाविद्यालयों में शिक्षकों की काफी कमी है। हालांकि, अल्पसंख्यक महाविद्यालयों में नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के माध्यम से ही भर्ती होनी है, लेकिन पांच
मंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग के अफसरों के साथ की बैठक
अल्पसंख्यक महाविद्यालयों में विशेष परिस्थितियों के मद्देजनर प्रबंधन स्तर से ही भर्ती पूरी करने के निर्देश दिए गए।
इसके अलावा शिक्षकों को लंबे समय से प्रमोशन न होने के कारण प्रदेश के 123 महाविद्यालयों में स्थायी प्राचार्य के पद रिक्त पड़े हैं। इन महाविद्यालयों का संचालन कार्यवाहक प्राचार्यों के भरोसे हो रहा है। मंत्री ने कहा कि डीपीसी की प्रक्रिया शीघ्र पूरी करते हुए स्थायी प्राचार्यों की नियुक्ति की जाएगी। इसके साथ ही मंत्री ने असिस्टेंट प्रोफेसरों के प्रमोशन की प्रक्रिया भी शीघ्र शुरू करने को
मंत्री ने बैठक में विश्वविद्यालयों की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि पांच राजकीय विश्वविद्यालयों को नैक की ‘ए डबल प्लस’ रैंक मिली है, जो संकेत हैं कि प्रदेश में उच्च शिक्षा की बेहतरी के लिए गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रयास किए जाएं कि अन्य विश्वविद्यालयों को भी बेहतर नैक ग्रेडिंग मिले।