जौनपुर। बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए किए जा रहे प्रयास के बावजूद जिले में शिक्षक छात्र अनुपात को मुकम्मल रखना चुनौतीपूर्ण हो रहा है। इसकी प्रमुख वजह शिक्षकों की कमी का लगातार बने रहना है। अभी हाल के दिनों में गैर जनपदों से स्थानांतरित होकर आए 317 शिक्षकों को स्कूल आवंटित नहीं हुआ है। इनके स्कूल आवंटन के बाद भी करीब 1700 शिक्षकों की जरूरत होगी।
21 ब्लॉक वाले जनपद में 2807 परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कंपोजिट विद्यालय हैं। इनमें करीब पांच लाख छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। शिक्षा विभाग के अनुसार, इन्हें बेहतर शिक्षा देने के लिए शिक्षक, शिक्षामित्र
और अनुदेशकों की तैनाती की गई है। आंकड़ों के अनुसार, सहायक अध्यापक प्राथमिक में 9345 पद सृजित हैं, जिसमें से 1427 पद रिक्त हैं। इसी तरह प्रधानाध्यापक प्राथमिक के सृजित 1677 में से 479, सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक के 2599 सृजित पदों के सापेक्ष 29 अधिक हैं। प्रधानाध्यापक उच्च प्राथमिक में 490 के सापेक्ष 450 की तैनाती है। इस तरह से करीब 1700 से अधिक शिक्षकों की और जरूरत है। जबकि 317 शिक्षक जुलाई में दूसरे जनपदों से स्थानांतरित होकर आए हैं। इन्हें 17 अगस्त से स्कूल आवंटन होना है।
बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल ने कहा कि जिले में शिक्षक छात्र अनुपात काफी हद तक ठीक है। फिर भी अभी 1700 के करीब शिक्षकों की जरूरत है।