लखनऊ
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षकों के कुल 1,26,490 पद रिक्त हैं। सरकार का दावा है कि प्राथमिक विद्यालयों में 30 बच्चों पर एक शिक्षक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 35 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक का अनुपात के अनुसार छात्र-शिक्षक अनुपात पूर्ण हैं। अनुपात पूर्ण होने की वजह से किसी नई नियुक्ति करने की जरूरत नहीं है। छात्रों की संख्या बढ़ने पर इन पदों के सापेक्ष नियुक्तियां होंगी।
सपा विधायक अनिल प्रधान, अभय सिंह और गुलाम मोहम्मद के तारांकित प्रश्न के जवाब में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह ने बताया कि प्रदेश में परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक और अध्यापकों के कुल 4,17,886 पदों के सापेक्ष 85,152 पद रिक्त हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 1,62,198 स्वीकृत पदों के सापेक्ष 41,338 पद रिक्त हैं।
उन्होंने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत 3,32,734 शिक्षकों और 1,47,766 शिक्षा मित्रों की संख्या को शामिल करते हुए छात्र-शिक्षक अनुपात पूर्ण हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत 1,20,860 शिक्षकों और 18,555 अनुदेशकों की संख्या को शामिल करते हुए छात्र शिक्षक अनुपात पूर्ण हैं। सपा विधायकों ने शिक्षा मित्रों और अनुदेशकों का मानदेय बढ़ाने की मांग भी उठाई।