, लखनऊ : परिषदीय स्कूलों के विद्यार्थियों को अब कोर्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ), कोडिंग, डाटा विश्लेषण और तार्किक सोच (लाजिकल थिकिंग), डिजिटल साक्षरता और नई प्रौद्योगिकी पढ़ाई जाएगी। इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) अलग अलग छह किताबें तैयार कर रहा है। जल्द इन पुस्तकों का विमोचन होगा और फिर यह विद्यालयों में वितरित की जाएंगी। पहले चरण में कक्षा छह से कक्षा आठ तक के छात्र इसे पढ़ेंगे। फिर आगे दूसरे चरण में कक्षा नौ से कक्षा 12 तक के छात्रों को भी इसे पढ़ाया जाएगा।
एससीईआरटी के निदेशक डा. पवन कुमार के अनुसार छह पुस्तकें विद्यार्थियों के लिए तैयार की जा रहीं हैं। जल्द यह पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगी। शिक्षकों को इसके लिए अलग
डाटा मैनेजमेंट भी पढ़ाया जाएगा, जल्द होगा विमोचन, अब पाठ्यक्रम को भी समय की मांग के अनुसार बदला जा रहा, ताकि बेहतर ढंग से विद्यार्थियों को पढ़ाया जा सके
से ट्रेनिंग भी दी जाएगी। ताकि वह इसे बेहतर ढंग से विद्यार्थियों को पढ़ा सकें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के तहत विद्यार्थियों को कौशल विकास और नई टेक्नोलाजी के बारे में अधिक से अधिक ज्ञान देने पर फोकस किया गया है । कान्वेंट स्कूलों में विद्यार्थियों को इसके बारे में पहले से ही पढ़ाया जा रहा है। अब सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को इसे पढ़ाया जाएगा। परिषदीय स्कूलों में कायाकल्प मिशन के तहत अवस्थापना सुविधाएं लगातार बढ़ाई जा रही हैं। अब पाठ्यक्रम को भी समय की मांग के अनुसार बदला जा रहा है।