लखनऊ। हाईस्कूल उत्तीर्ण और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के डिप्लोमाधारक भी अब भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग में सर्वेक्षक बन सकेंगे। मंगलवार को योगी कैबिनेट ने इस बाबत भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय अधीनस्थ प्राविधिक सेवा (तृतीय संशोधन) नियमावली 2023 को मंजूरी दे दी है। मौजूदा व्यवस्था के तहत सर्वेक्षक के लिए एआईसीटीई से मान्यताप्राप्त संस्थान से आर्किटेक्चर
में डिप्लोमा प्राप्त अभ्यर्थी ही
सर्वेक्षक के लिए पात्र माने जाते हैं।
नियमावली में संशोधन के बाद अब
हाईस्कूल उत्तीर्ण और आईटीआई
भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय अधीनस्थ प्राविधिक सेवा (तृतीय संशोधन) नियमावली 2023 का प्रस्ताव मंजूर
डिप्लोमाधारक भी सर्वेक्षक के लिए आवेदन कर सकेंगे। विभाग में फिलहाल सर्वेक्षक के 12 स्थायी और एक अस्थायी पद है। नियमावली में संशोधन के बाद अब सर्वेक्षक के 12 स्थायी और 21 अस्थायी सहित कुल 33 पद होंगे। हालांकि वरिष्ठ सर्वेक्षक के पद आठ ही रहेंगे। सर्वेक्षक की सीधी
भर्ती उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से होगी। वरिष्ठ सर्वेक्षक के 50 प्रतिशत पद वर्तमान में पदोन्नति और 50 प्रतिशत पद सीधी भर्ती से भरे जाते हैं। नियमावली में संशोधन के बाद अब वरिष्ठ सर्वेक्षक के सभी पद पदोन्नति से भरे जाएंगे। इसके लिए सर्वेक्षक के पद पर सात वर्ष की सेवा अनिवार्य होगी।
वेतनमान में भी कमी होगी
फैसला
सर्वेक्षक का वेतनमान अब 25500-81100 की जगह 19900-63200 रुपये और वरिष्ठ सर्वेक्षक का वेतनमान 35400-112400 से घटकर 25500-81100 होगा।