पूरनपुर: डूडा कालोनी नंबर आठ में स्थित प्राथमिक स्कूल School के पास बाघ को टहलते देख बच्चों में चीख-पुकार मच गई। शिक्षकों teacher ने बाघ के भय के चलते स्कूल School गेट बंद कर दिया। सूचना information पर वन विभाग Vibhag की टीम और अफसर पहुंच गए।इसके बाद रेस्क्यू वीकल पर अफसरों और वन टीम ने सवार होकर बाघ को जंगल में खदेड़ा।
सोमवार monday की सुबह बाघ डूडा कालोनी नगर आठ में संचालित परिषदीय प्राथमिक स्कूल School के पास पहुंच गया। बच्चों की नजर उसपर पड़ी तो उन्होंने चीख-पुकार मचानी शुरू कर दी। इसपर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। शिक्षकों teacher ने बाघ से बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल School गेट पर ताला लगा दिया। सूचना पर वन विभाग vibhag की टीम पहुंच गई। ग्रामीणों के सहयोग से बाघ को जंगल Forest में खदेड़ने का प्रयास किया लेकिन वह झाड़ियों से नहीं हटा।
पीटीआर की माला रेंज के एसडीओ SDO दिलीप तिवार, पूरनपुर एसडीओ SDO मयंक पांडेय, दियूरिया रेंजर लल्लन स्वरूप, माला रेंजर आरके सिंह, डा. दक्ष, सामाजिक वानिकी पूरनपुर के रेंजर श्यामलाल, बाघ मित्र और कई वन कर्मियों के साथ मौके पर पहुंच गए। कुछ ही देर में रेस्क्यू वीकल भी आ गया। कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों ने उसपर सवार होकर बाघ को जंगल में खदेड़ा। बाघ से लोगों की सुरक्षा के लिए कालोनी नंबर आठ के सामने जंगल किनारे खाबर लगवाई। रेंजर श्याम लाल ने बताया कि बाघ को जंगल में खदेड़ दिया है। आबादी में उसकी रोकथाम के लिए खाबर लगवाई गई है। बाघ के हर मूवमेंट की टीम निगरानी कर रही है।