प्रयागराज : प्रदेश भर के अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) महाविद्यालयों में समूह ग (लिपिक) के 900 से अधिक पद खाली हैं। इन पर नियुक्ति के लिए नई नियमावली बनाई जानी थी। इसके लिए उच्च शिक्षा निदेशालय से शासन को प्रस्ताव भी भेजा गया था। शासन से कोई नियमावली न बनने पर पूर्व के तरह भर्ती के लिए पिछले महीने पांच कालेजों के प्रबंधकों को अनुमति दी गई थी। प्रबंधकों के जरिए होने
वाली भर्ती में विवाद होता था, इसलिए आगे अनुमति देने से रोक दिया गया है। प्रदेश भर में 331 एडेड महाविद्यालय में लिपिकों के वेतन- भत्ते प्रदेश सरकार देती है, लेकिन उनकी नियुक्ति का अधिकार प्रबंध समिति को है। लिपिक भर्ती में भाई- भतीजावाद की शिकायतें भी हुई और विवाद लंबे चले। इसी कारण करीब एक दशक से एडेड महाविद्यालयों में लिपिक की भर्ती रुकी हुई है। धर पद लगातार रिक्त होते गए ।