शाहजहांपुर। सेहरामऊ दक्षिणी के एक गांव निवासी महिला से परिषदीय स्कूल के प्रधानाध्यापक के छेड़खानी का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि यूनिफॉर्म के रुपये भेजने के लिए आधार कार्ड व बैंक पासबुक मांगने के लिए घर पहुंचे प्रधानाध्यापक ने महिला का गलत नीयत से हाथ पकड़ लिया। पुलिस ने एससीएसटी एक्ट समेत कई धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इधर प्रधानाध्यापक का कहना है कि पुरानी अनबन के चलते पूर्व प्रधान के इशारे पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
महिला के बच्चे स्कूल में पढ़ते करते हैं। अनुसूचित जाति की महिला ने थाने पर दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि 15 सितंबर को पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे स्कूल के प्रधानाध्यापक उसके घर पर आए। बच्चों की यूनिफॉर्म के कपड़ों के रुपये आने की बात कहते हुए बैंक की पासबुक और आधार कार्ड मांगा। महिला कमरे में आधार कार्ड लेने के लिए गई।
आरोप है कि प्रधानाध्यापक सुमित पाठक ने उसे बुरी नीयत से पकड़ लिया और छेड़खानी करने लगे। महिला के शोर मचाने पर सास व आसपास के लोग आ गए। तब आरोपी जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
आरोप लगाने वाली महिला एसएमसी की सदस्य है। वह एसएमसी की बैठक की पत्रावली पर महिला के हस्ताक्षर कराने के लिए गए थे। स्कूल के कायाकल्प को लेकर उनकी पूर्व प्रधान से अनबन चल रही है। पहले भी पूर्व प्रधान कई बार उनके खिलाफ साजिश कर चुके हें। उन्हीं के इशारे पर महिला ने उनके ऊपर निराधार आरोप लगाए हैं। जांच में सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
- सुमित पाठक, प्रधानाध्यापक
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महिला की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। एससीएसटी एक्ट की धाराएं होने के चलते वह स्वयं मामले की जांच करेंगे।
- अमित चौरसिया, सीओ सदर