अलीगढ़।| पर मंगलवार को विभाग की 11 टीमों में शिक्षक संघ के नेताओं सहित 61 परिषदीय स्कूलों पर छापेमारी की। विभाग के इस छापेमारी से पूरे जिले के शिक्षकों में हड़कंप रहा। जिसमें मात्र पांच शिक्षक नदारद मिले। टीम के निकलने के बाद शिक्षक आगे वाले विद्यालयों के शिक्षकों को सचेत रहने की सूचना देते रहे। बीएसए ने इन सभी का एक दिन का वेतन काटने का फरमान जारी किया है।
लखनऊ में विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों पर शिकंजा कसने की रूप रेखा सोमवार रात तय हो गई थी। महानिदेशक ने बिना अवकाश मंजूरी के अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों की जांच का आदेश दिया जारी किया था। इस आदेश के मिलने के बाद बीएसए डॉ. राकेश कुमार सिंह ने डायट प्राचार्य विनय कुमार गिल व सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी ज्ञानेंद्र कुमार अलग- अलग टीम समेत 11 टीम बनाई। यह टीम सुबह से ही विभिन्न ब्लाकों के स्कूलों के निरीक्षण में निकल गई।
आश्चर्य की बात तो यह है कि जहां इससे पहले हो रहे निरीक्षण भारी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं व कर्मचारी नदारद मिलते थे। मंगर मंगलवार को 41 स्कूलों के निरीक्षण में मात्र पांच शिक्षक ही नदारद मिले। 11 टीमों ने प्राथमिक शिक्षक संघ, जूनियर शिक्षक संघ और राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ सहित अन्य शिक्षक संगठन के नेताओं के स्कूलों सहित 61 स्कूलों का निरीक्षण किया। मगर सभी नेता भी स्कूल में बच्चों को पढ़ाते मिले। स्कूलों के निरीक्षण में बीएसए, डायट प्रचार्य, लोधा बीईओ को एक-एक और लोधा चंडौस को दो शिक्षक स्कूल से नदारद मिले।
महानिदेशक के आदेश पर 11 टीमें गठित की गई थी। इन टीमों ने करीब 61 विद्यालयों का निरीक्षण किया। चंडौस व लोधा सहित पांच शिक्षक स्कूल से नदारद मिले। इन सभी शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश जारी किया गया है।
डॉ. राकेश कुमार सिंह, बीएसए