प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षकों और छात्रों की फेस आधारित उपस्थिति दर्ज करने में अभी परेशानी हो रही है। प्रदेश भर में शिक्षकों को टैबलेट तो दिए जा रहे हैं, लेकिन इसके संचालन का कोई प्रशिक्षण नहीं देने से काम सुगम नहीं हो पा रहा है। उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने इसके लिए सभी शिक्षकों को कम से कम दो दिन की टेक्निकल ट्रेनिंग एवं समस्त विद्यालयों में वाई-फाई नेटवर्क कनेक्शन व्यवस्था अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने की मांग की है। इसके साथ ही कुछ और समस्याओं का समाधान भी मांगा है।
बीटीसी शिक्षक संघ का मानना है कि टैबलेट संचालन के टेक्निकल प्रशिक्षण मिलने से शिक्षकों को कार्य करने में सुगमता होगी। अभी अधिकांश शिक्षक व शिक्षा मित्र बिना प्रशिक्षण के टैबलेट पर कार्य नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में शिक्षकों को ट्रेनिंग व शिक्षकों की अन्य मांगों
को पूर्ण करने के उपरांत नए शैक्षिक सत्र एक अप्रैल 2024 से शिक्षकों व छात्रों की आनलाइन फेस उपस्थिति टैबलेट के माध्यम से ली जाए। अभी से शिक्षकों पर जबरन टैबलेट एक्ट न लगाएं।
शिक्षकों से सभी विद्यालयीय एवं विभागीय कार्य एप एवं टैबलेट पर करने को कहा जा रहा है, जो गलत है। शिक्षक संघ की मांग है कि राज्य सरकार शिक्षकों व छात्रों की टैबलेट से फेस उपस्थिति लेने से पहले जिला के अंदर शिक्षकों का पारस्परिक स्थानांतरण, शिक्षकों का जिला के अंदर सामान्य समायोजन की कार्यवाही पूर्ण करे। इसके साथ शिक्षकों की पदोन्नति एवं शिक्षा मित्रों को सम्मान सहित वेतनवृद्धि किए जाने की भी मांग की गई है।