हरिकांत शर्मा/आगरा. आगरा का श्यामा देवी कंपोजिट विद्यालय मंडी सईद खां किसी कॉन्वेंट विद्यालय से काम नहीं है. यहां के शिक्षकों ने इस विद्यालय की तकदीर और तस्वीर दोनों बदल दी है. एक समय था जब इस विद्यालय की मालिया हालत बेहद खराब थी. बिल्डिंग जर्जर थी. सुविधा के लिए विद्यालय मोहताज था. लेकिन इस स्कूल के अध्यापकों ने और समाज सेवियों की मेहनत से ये स्कूल शिक्षा की आगरा शहर में नई अलख जगा रहा है. यहां के मेहनती टीचर बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा से जोड़ रहे हैं बच्चों को ऐसे तरीकों को पढ़ाते है कि बच्चों को पढने में खूब मजा आता है. यही वजह है कि इस विद्यालय में औसत से ज्यादा बच्चे पढ़ने आते हैं.
श्यामा देवी कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय हरी पर्वत इस प्राथमिक विद्यालय में 300 से ज्यादा बच्चे हर रोज पढ़ने के लिए आते हैं. एक समय था जब इस स्कूल की बिल्डिंग ऐसी नहीं थी कि इस स्कूल में बच्चों को अच्छी शिक्षा दी जा सके. लेकिन इस स्कूल के टीचरों और समाजसेवी डबी सरीन की मदद से स्कूल की तस्वीर बदल गयी. 2018 में स्कूल की हालत बेहद मालिया थी. लेकिन अब इस स्कूल में बच्चे कंप्यूटर ,टैबलेट पर पढ़ाई करते हैं. बाकायदा प्रोजेक्टर पर उन्हें थ्योरीज़ समझाई जाती हैं. बच्चों को भी पढ़ने में बेहद इंटरेस्ट आता है.
बिल्डिंग ऐसी की सीबीएसई स्कूल भी हो जाए फेल!श्यामा देवी कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय की बिल्डिंग ऐसी है कि सीबीएसई स्कूल भी इसके आगे फीके नजर आते हैं. स्कूल में बच्चों के लिए खेलने के लिए पूरा साजो सामान, साफ सुथरा टॉयलेट, स्वच्छ पानी ,अच्छे क्लासरूम ,बैठने के लिए सिटिंगऔर खाने के लिए अच्छा मिड डे मील है. यही वजह है कि आसपास की बस्तियों के पेरेंट्स की बच्चों को इस स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए होड़ मची रहती है.