हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2024 में नकल रोकने के लिए उत्तरपुस्तिका में बड़ा बदलाव करने के बाद यूपी बोर्ड ने परीक्षा केंद्र पर की जाने वाली गड़बड़ियां रोकने पर ध्यान केंद्रित किया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की वेबसाइट पर अपलोड केंद्र की आधारभूत सूचना की सत्यता की जांच कराई गई है। बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिवों ने आधारभूत सूचना की सूची देकर अपने अधिकारियों को इस निर्देश के साथ जांच के लिए केंद्रों पर भेजा कि परिषद की वेबसाइट पर अपलोड सूचना से अंतर तो नहीं है।
बोर्ड को विद्यालयों की ओर से वेबसाइट पर अपलोड की गई परीक्षा केंद्रों की आधारभूत सूचना की सत्यता की जांच की आवश्यकता इसलिए पड़ी, क्योंकि सचिव ने बीते चार वर्ष में अपलोड विवरण का आपस में मिलान कराया तो करीब आठ हजार केंद्रों के विवरण में किसी न किसी वर्ष में अंतर मिला था। इन केंद्रों ने अंतर ठीक पर आधारभूत सूचना पुनः अपलोड की। इसेक साथ ही जिला विद्यालय निरीक्षकों ने इस आशय का प्रमाणपत्र दिया कि आधारभूत सूचना सही अपलोड कर दी गई है। आधारभूत सूचना का यह अंतर विशेष रूप से परीक्षा केंद्र के कमरों को लेकर था। कमरे कम होने के बावजूद वेबसाइट पर अधिक इसलिए दिखा दिए जाते थे कि अधिक विद्यार्थियों की संख्या आवंटित होगी।
तब किसी तरह व्यवस्था बनाकर परीक्षा संपन्न कराने के दौरान प्रश्नपत्र आउट होने व उत्तरपुस्तिका बदलने की कोशिश की जाती थी। ऐसे में अपर मुख्य सचिव, महानिदेशक स्कूली शिक्षा ने नकल के पर नियंत्रण को लेकर अभी से तैयारी तेज कर दी है। इसी कड़ी में बोर्ड सचिव के निर्देश पर अपर सचिवों ने अपने-अपने क्षेत्र के कुछ केंद्रों की रैंडम चेकिंग कराई।
प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय की अपर सचिव विभा मिश्रा ने टीम बनाकर जिलों में भेजा। प्रतापगढ़ में जांच करने उप सचिव पूनम मिश्रा, प्रयागराज में अंशिका यादव पहुंचीं। इसी तरह अन्य जिलों में भी सहायक सचिव, प्रशासनिक अधिकारियों ने जाकर जांच की। पिछली बार जो विद्यालय केंद्र बने थे, उन्हीं में से रेंडम विद्यालय चिह्नित कर जांच कराई गई। हर टीम ने 15 से अधिक केंद्र देखे। टीम की जांच में आधारभूत सूचना ठीक मिली है।