प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद की एक आदेश से परेशान शिक्षक- शिक्षिकाएं कोर्ट जाने की तैयारी में हैं। बेसिक शिक्षा परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल ने शिक्षक-शिक्षिकाओं के पारस्परिक स्थानांतरण की तैयारी की, लेकिन स्थानांतरण आदेश जारी नहीं किया गया। इसी बीच वर्षों से अटकी पदोन्नति प्रक्रिया शुरू कर दी गई। तीन बार तिथि बढ़ाने के बावजूद पदोन्नति नहीं दी जा सकी। ने अब चौथी बार तिथि बढ़ाई गई है।
उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि नित नए आदेश कर बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है। जब शिक्षक व शिक्षिकाओं ने दूसरे जिलों में कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं से वार्ता कर पारस्परिक स्थानांतरण के लिए सहमति बना ली तो उनका स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया जाना चाहिए। परिषद ने ऐसा न कर अब पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू कर दी। पदोन्नति से अधिकांश शिक्षकों का तालमेल टूट जाएगा। कई वर्षों से ठप पड़ी पदोन्नति प्रक्रिया शुरू कर परिषद स्वयं ही पारस्परिक
कोर्ट जाने की तैयारी, बिना पारस्परिक स्थानांतरण करे पदोन्नति की तैयारी से शिक्षकों में नाराजगी
स्थानांतरण के लिए बनाया गया शिक्षकों का तालमेल तोड़ने का काम कर रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अब अधिकारियों पदोन्नति प्रक्रिया को भी फंसा दिया है। तय सीमा के बाद भी सूची फाइनल न होना उच्च स्तरीय अधिकारियों के मनमाने आदेश का परिणाम है। बताया कि सबसे पहले सभी शिक्षकों की सूची बनाने का आदेश किया गया। सूची तैयार की गई तो अंतरजनपदीय शिक्षकों का स्थानांतरण कर दिया गया। इससे अभी भी सूची में उनका नाम है। इसके अलावा दूसरी गलती, बिना अन्तः जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण किए ही फिर सूची बन रही है। इससे स्थानांतरण चाहने वाले पांच हजार से अधिक शिक्षकों का जोड़ा टूट रहा है। ऐसे में वह अन्तः जनपदीय पारस्परिक पारस्परिक स्थानांतरण से वंचित हो जाएंगे