उन्नाव, । सदर कोतवाली क्षेत्र के एक कंपोजिट विद्यालय में प्रधानाध्यापक छात्राओं से अश्लीलता कर रहा था। छात्राएं अन्य शिक्षकों से इसकी शिकायत कर रही थीं। मामला बाल संरक्षण आयोग तक पहुंचा तो आयोग सदस्य ने शनिवार को जांच की।
इसमें 20 छात्राओं ने प्रधानाध्यापक द्वारा छेड़छाड़ की पुष्टि कर दी। स्कूल की तीन रसोइया की तहरीर पर पॉक्सो व छेड़छाड़ की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
कुछ दिन पहले विद्यालय के शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय में शिकायती पत्र देकर प्रधान शिक्षक पर छात्राओं से अश्लीलता की शिकायत की थी। तत्काल कोई कार्रवाई नहीं हुई लेकिन शिकायत बाल संरक्षण आयोग तक पहुंच गई। शनिवार दोपहर बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी स्कूल पहुंचे। उन्होंने 20 छात्राओं से बात की। छात्राओं ने कहा कि प्रधान शिक्षक अमर्यादित व्यवहार करते हैं। उन्हें आपत्तिजनक वीडियो भी दिखाने की कोशिश की। विरोध पर नंबर कम देने की धमकी दी। अन्य शिक्षकों की शिकायत पर प्रभारी बीएसए देवेंद्र कुमार ने सफीपुर बीईओ अनीता शाह और मियांगंज बीईओ मनींद्र वर्मा को जांच सौंपी। जांच अभी जारी है। देवेन्द्र कुमार ने बताया कि 28 नवंबर तक जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। उधर सूचना मिलने पर शनिवार को उप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग सदस्य श्याम त्रिपाठी स्कूल पहुंच गए। उन्होंने छात्राओं द्वारा पुष्टि के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए।