कानपुर दक्षिण, । शिक्षामित्र की मंगलवार को अस्पताल में इलाज के दौरान संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिजनों ने ससुरालियों पर गला घोटकर हत्या का आरोप लगाया। आरोप लगाया कि आईसीयू में भर्ती बेटी से मिलने नहीं दिया गया। डॉक्टर से सिर्फ आश्वासन देते रहे कि सुधार हो रहा पर मौत हो गई। कानपुर देहात के रायपुर निवासी
देवी प्रसाद विश्वकर्मा ने अपनी शिक्षामित्र बेटी सुनीता का विवाह 2013 में मूलरूप से पुखरायां (वर्तमान में बर्रा विश्वबैंक) निवासी अंबिका प्रसाद के बेटे पवन से किया था। दोनों के कोई संतान नहीं हुई। चचेरी बहन नेहा का आरोप है कि बच्चा न होने पर ससुरालीजन ताना मारते थे। 23 अक्तूबर को शाम चार बजे पवन ने फोन कर चाचा को सूचना
दी कि सुनीता ने फांसी लगाकर जान देने का प्रयास किया है, वो अस्पताल में भर्ती है। वे लोग साकेत नगर स्थित निजी अस्पताल पहुंचे। यहां बताया गया कि दरवाजा तोड़ कर सुनीता को निकाला है। चार दिन पहले सुनीता को चकेरी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया पर पुलिस को सूचना नहीं दी। मंगलवार को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।