लखनऊ,
चिनहट के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज (जीजीआईसी) में बुधवार | को छुट्टी के बाद शिक्षिकाएं नौवीं की दिव्यांग समेत दो छात्राओं को स्कूल में बंद कर घर चली गईं। कुछ | देर बाद दोनों छात्राएं गेट पर पहुंचीं तो ताला देख रोने लगीं। अभिभावक स्कूल पहुंचे तो दोनों रोती मिलीं।
जीजीआईसी में दोपहर करीब तीन बजे छुट्टी के बाद प्रभारी प्रधानाचार्या ममता वर्मा दूसरे शिक्षकों के साथ
स्कूल के चैनल में ताला लगवा घर चली गई। एक कमरे में साथ बैठीं कक्षा 9 की दिव्यांग समेत दो छात्राएं अंदर ही छूट गई। कुछ देर बाद दोनों छात्राएं
बाहर आई तो गेट पर ताला पड़ा था। तो उन्होंने चिल्लाकर लोगों से मदद मांगी, पर कोई नहीं आया।
रोज के समय से करीब आधा घंटा बाद भी छात्राओं के घर न पहुंचने पर अभिभावक स्कूल पहुंचे। डीआईओएस को फोन कर सूचना दी
कर तत्काल छात्राओं को निकालने के निर्देश दिए। करीब एक घंटा बाद ताला खुलने पर दोनों बाहर आई। डीआईओएस ने जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी बनाई है। प्रधानाचार्या से भी रिपोर्ट मांगी है।
सिसेण्डी में पहली की छात्रा “” को बंद कर गए थे शिक्षक
27 सितम्बर को मोहनलालगंज में सिसेण्डी प्राथमिक स्कूल में कक्षा एक की छात्रा को स्कूल में बंद कर शिक्षक के सुपुर्द घर चले गए थे। छात्रा सो गई थी। उसके लिए शोर मचाने पर पड़ोस के एक युवक की मांगी गई पहल पर निकाला गया था। इस मामले में बीएसए ने स्कूल की प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया था।
जीजीआईसी चिनहट में बंद छात्रा दहशत में आकर रोने लगी।
छात्राओं स्कूल में बंद होने की सूचना पर तुरंत प्रधानाचार्या को भेज चैनल खुलवाया। छात्राओं को अभिभावकों कर दिया गया है। जांच के कमेटी व प्रधानाचार्या से रिपोर्ट है। गुरुवार को जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। राकेश कुमार, डीआईओएस प्रभारी प्रधानाचार्या को फोन