लखनऊ, । जालसाजों ने खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर प्रमुख सचिव प्राथमिक शिक्षा को फोन कर दो शिक्षकों का तबादला करने के लिये दबाव बनाया। यही नहीं, इन लोगों ने मिर्जापुर स्थित संस्तुष्टि आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज निदेशक डॉ. रितु गर्ग को भी फोन किया था। कुछ लोगों को शक हुआ तो ओएसडी संजीव सिंह से इन लोगों ने इस बारे में पूछ लिया तो सच सामने आ गया। इसके बाद इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। मुख्यमंत्री के ओएसडी संजीव सिंह ने गौतमपल्ली कोतवाली में दोनों जालसाजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी थी।
प्रमुख सचिव के सीयूजी नम्बर पर की थी कॉल
इंस्पेक्टर रिकेश सिंह ने बताया कि देवरिया खुखुन्दु निवासी वेद प्रकाश मिश्र, संदीप सिंह को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने एक दिसंबर को प्रमुख सचिव प्राथमिक शिक्षा के सीयूजी नम्बर पर कॉल किया। इसके बाद आरोपियों ने दो शिक्षकों के तबादले के लिए कहा। मुख्यमंत्री ओएसडी के तौर पर परिचय देने वालों की बात पर प्रमुख सचिव को संदेह हुआ। तस्दीक के लिए ओएसडी संजीव सिंह से सम्पर्क किया गया। ओएसडी ने वेद प्रकाश, संदीप सिंह नाम के व्यक्तियों को पहचानने से इनकार कर दिया।
कॉलेज निदेशक को भी डिग्री देने का बनाया दबाव
आरोपियों ने मिर्जापुर स्थित संस्तुष्टि आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज निदेशक डॉ. रितु गर्ग को फोन किया था।
वेद और संदीप सिंह ने डिग्री देने का दबाव बनाया था। निदेशक के मना करने पर आरोपियों ने अभद्र व्यवहार करते हुए कार्रवाई कराने की धमकी दी थी। इस बार भी वेद और संदीप ने मुख्यमंत्री के ओएसडी के तौर पर परिचय दिया था।
सर्विलांस की मदद से दबोच गए आरोपी
इंस्पेक्टर रिकेश सिंह ने बताया कि ओएसडी बन कर कॉल किए जाने की शिकायत संजीव सिंह ने की थी। इसके आधार पर दो मुकदमे दर्ज किए गए। प्रमुख सचिव प्राथमिक शिक्षा और आयुर्वेदिक कालेज निदेशक को कॉल करने वाले नम्बरों को सर्विलांस पर लिया गया। आरोपियों की लोकेशन ट्रैक करते हुए वेद प्रकाश मिश्र और संदीप सिंह को पकड़ा गया है। संदीप सिंह एक राजनैतिक दल से जुड़ा है, जबकि वेदप्रकाश छात्र है
● मुख्यमंत्री के ओएसडी ने गौतमपल्ली कोतवाली में दर्ज कराए दो मुकदमे
● मिर्जापुर स्थित आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज की निदेशक को भी धमकाया