प्रयागराज,। दस महीने से वेतन के लिए परेशान सैम हिग्गिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंस (शुआट्स) के शिक्षकों ने बुधवार को पत्थर गिरजाघर के पास धरनास्थल पर प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने ट्रेजरार, फाइनेंस कंट्रोलर, रजिस्ट्रार एवं लीगल डायरेक्टर पर एफआईआर दर्ज करने और विश्वविद्यालय की सभी कमेटियां भंग करते हुए रिसीवर बैठाने की मांग की ताकि सभी प्रशासनिक एवं वित्तीय घोटाले की जांच और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई हो सके।
डीएम को संबोधित ज्ञापन में शिक्षकों ने आरोप लगाया कि कुलपति प्रो. आरबी लाल विश्वविद्यालय के करीब 1300 शिक्षकों एवं कर्मचारियों के साथ हजारों विद्यार्थियों का शोषण कर रहा है। रोजाना तमाम तरह के प्रशासनिक एवं वित्तीय घोटाले हो रहे हैं। इसकी वजह से शिक्षकों एवं कर्मचारियों को पिछले दस महीने और सुरक्षाकर्मियों का महीनों से वेतन नहीं मिल रहा है। पेंशन फंड में जमा की जा रही शिक्षकों की धनराशि भी बंद हो गई है। तमाम कर्मचारियों के वेतन से कटौती हुई लेकिन जमा नहीं की गई।
रकम वापस मांगने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है। कुलपति, प्रति-कुलपति समेत दूसरे प्रशासनिक अधिकारी सरकारी वेतन के अलावा सोसाइटी फंड से मानदेय या स्पेशल एलाउंस के नाम पर हर महीने अवैध रूप से लाखों रुपए लेते हैं जिकी रिकवरी होनी चाहिए। यूनिवर्सिटी सोसाइटी एवं सीनेट के माध्यम से चलती है और इन दोनों जगह पर एक ही परिवार और उनके साथियों का कब्जा है। शिक्षकों के प्रमोशन का कोई पारदर्शी नियम नहीं है और पदाधिकारी मनमाने तरीके से अपने रिश्तेदारों-करीबियों को प्रमोट कर देते हैं या सीधे अवैध रूप से नियुक्ति कर देते हैं।
27 अक्तूबर को शुआट्स गेट पर प्रदर्शन के दौरान दीपावली के पहले दो महीने का वेतन देने का समझौता हुआ लेकिन केवल एक महीने में सैलरी मिली। दीपावली के बाद कमिश्नर ऑफिस में एडिशनल कमिश्नर पुष्पराज सिंह के शुआट्स पदाधिकारियों ने नौ दिसंबर तक तीन महीने का वेतन देने का वादा किया था परंतु आज तक एक महीने का भी वेतन नहीं मिल पाया