लखनऊ, 69000 शिक्षक भर्ती के अंतर्गत चयनित 6800 शिक्षक अभ्यर्थी नियुक्ति की मांग को लेकर 542 दिन से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। अभ्यर्थियों का आंदोलन अब धरना स्थल के गेट के बाहर चल रहा है, यहां सभी अभ्यर्थी धरने पर बैठे हुए हैं। आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों के समर्थन में राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने शनिवार को इको गार्डन पहुंचकर अभ्यर्थियों से मुलाकात की।
जयंत चौधरी ने अभ्यर्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकर दलित वा पिछड़े वर्ग के अधिकारों के साथ खिलवाड़ कर रही है। इस सरकार में सामाजिक न्याय को ताक पर रख दिया गया है लोगों के साथ अन्याय हो रहा है और नौकरियों में भेदभाव किया जा रहा है। चौधरी ने सभी को आश्वासन देते हुए कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे। उन्होंने कहा कि उनका युवा संवाद कार्यक्रम भी होने वाला है। युवा संवाद कार्यक्रम के तहत भी इस विषय को मीडिया के माध्यम से सरकार तक पहुंचाया जाएगा जिससे चयनित 6800 शिक्षक अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिल सके।
मामले की जानकारी देते हुए अमरेंद्र पटेल ने बताया की 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में घोर अनियमितता बरती गई जिस कारण आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नौकरी से वंचित कर दिया गया। इस संबंध में कई बार आंदोलन के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और विसंगति दूर करते हुए पीड़ित आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने के आदेश अधिकारियों को दिया था, जिसके आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विसंगति को सुधारने के बाद 6800 दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का वादा करते हुए एक सूची जारी की लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिल सका।